देवी का स्वरूप चंद्रमा सदृश है। इसलिए इनको खीर और पंचमेवा, विशेषकर मखाने का भोग पसंद है। कोई भी सफेद सात्विक भोग इनको लगाया जा सकता है। स्फटिक की माला करें। श्रीदुर्गा सप्तशती का पांचवा अध्याय पढ़ें । वीरता, बुद्धि, विवेक देने की देवी से कामना करें। जिन जातकों का चंद्रमा कमजोर है। उनके लिए इनकी पूजा विशेष लाभकारी है।