31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

न्यू कानपुर सिटी आवासीय योजना: डीएम सर्किल रेट से 4 गुना अधिक मुआवजा दिया जाएगा

न्यू कानपुर सिटी आवास योजना के लिए एक बार फिर सरगर्मी तेज हो गई है। शेष जमीनों को अधिग्रहित करने के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण ने अपनी नई दरें तय की है। इस संबंध में उन्होंने डीएम को पत्र लिखा है कि सर्किल रेट से 4 गुना ज्यादा मुआवजा दिया जाएगा। जिससे करोड़ों रुपए का अंतर आएगा।

less than 1 minute read
Google source verification
न्यू कानपुर सिटी आवासीय योजना: डीएम सर्किल रेट से 4 गुना अधिक मुआवजा दिया जाएगा

न्यू कानपुर सिटी आवासीय योजना: डीएम सर्किल रेट से 4 गुना अधिक मुआवजा दिया जाएगा

कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा स्थापित की जाने वाली न्यू कानपुर सिटी आवासीय योजना के लिए कुल 140 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है। जिसमें 74 हेक्टेयर भूमि को कानपुर विकास प्राधिकरण ने अपने पहले चक्कर में ही अर्जित कर लिया था। लेकिन इसके बाद योजना पर विराम लग गया। लगभग 25 साल पहले आई इस योजना में नवाबगंज मैनावती मार्ग से सिंहपुर, कल्याणपुर क्रॉसिंग से बिठूर मार्ग तक नया शहर बनाने की योजना थी। शुरुआती दौर में तेजी दिखाने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब एक बार फिर केडीए न्यू कानपुर सिटी आवास योजना को अमली जामा बनाने की योजना बनाई है।

केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने इस संबंध में भूमि अर्जित करने वाले क्षेत्रों के डीएम को पत्र लिखा है। इस मामले में कानपुर देहात डीएम नेहा शर्मा को पत्र भेजकर उन्होंने जानकारी दी कि काश्तकारों को डीएम सर्किल रेट से 4 गुना ज्यादा मुआवजा दिया जाएगा। एक हेक्टेयर पर 8 करोड़ 20 लाख रुपए होगा। इसके लिए तमाम काश्तकारों ने अपनी जमीन देना स्वीकार भी कर लिया है।

इन गांव को शामिल किया गया न्यू कानपुर सिटी में

केडीए के अनुसार न्यू कानपुर सिटी योजना के लिए सिंहपुर, हिंदूपुर, गंगपुर चकबदा, संभलपुर गांव की जमीन अधिग्रहित की जाएंगी। संभलपुर व सिंहपुर का सर्किल रेट 2.05 करोड़ प्रति हेक्टेयर है। जबकि गंगपुर चकबदा का सर्किल रेट 1.75 करोड़ रुपए प्रति हेक्टेयर और हिंदूपुर का डीएम सर्किल रेट 1.35 करोड़ प्रति हेक्टेयर है। केडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि उपरोक्त डीएम सर्किल रेट से 4 गुना ज्यादा मुआवजा देने की योजना है। इसके लिए एक बार फिर सर्वे कराया गया है।