9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

IIT Kanpur: पीएम मोदी को आईआईटी कानपुर के शोध कार्यों को सराहा, संस्थान के विशेषज्ञों व शोधार्थियों की जमकर की तारीफ

-कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञों व शोधार्थियों प्रधानमंत्री ने की तारीफ,-ट्वीट कर आईआईटी की तकनीकों व भविष्य की योजनाओं की सराहना,-ऑनलाइन कार्यक्रम में 70 से अधिक तकनीकी संस्थान निदेशक हुए मुखातिब

less than 1 minute read
Google source verification
IIT Kanpur: पीएम मोदी को आईआईटी कानपुर के शोध कार्यों को सराहा, संस्थान के विशेषज्ञों व शोधार्थियों की जमकर की तारीफ

IIT Kanpur: पीएम मोदी को आईआईटी कानपुर के शोध कार्यों को सराहा, संस्थान के विशेषज्ञों व शोधार्थियों की जमकर की तारीफ

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. नए-नए शोध व तकनीकों को लेकर आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) हमेशा चर्चा में रही है। वहीं कोरोना काल (Corona Period) में संक्रमण से बचाव सहित तकनीकी यंत्र इजाद करने में संस्थान ने बहुत बड़ा योगदान दिया है। आईआईटी के उत्कृष्ट कार्यों से प्रभावित होकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आईआईटी के विशेषज्ञों (IIT Kanpur Specialist) व शोधार्थियों की जमकर तारीफ की। पीएम ने ट्वीटर पर ट्वीट कर संस्थान के नवाचार और उद्यमिता विकास कार्यक्रम पर गर्व किया है। प्रधानमंत्री को संस्थान के शोध कार्य एवं तकनीक और भविष्य की अन्य योजनाएं खूब भाई हैं।

प्रधानमंत्री ने स्वयं गुरुवार को देश भर के सेंट्रली फंडेड टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस (CFTI) के निदेशकों और संस्थान के प्रमुख अधिकारियों से आनलाइन मुलाकात की और सराहना की। इस कार्यक्रम में 70 से अधिक तकनीकी संस्थानों के निदेशकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में आइआइटी कानपुर निदेशक प्रो. अभय करंदीकर, आइआइटी बांबे (मुंबई), मद्रास (चेन्नई), इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस (आइआइएससी) बेंगलुरु को पांच-पांच मिनट प्रस्तुति देने का मौका मिला।

प्रो. करंदीकर ने रोबोटिक्स, ड्रोन, ब्लॉक चेन तकनीक, एयर क्वालिटी मानीटरिंग, आनलाइन पढ़ाई, स्वदेशी तकनीक पर बने आक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर प्रोजेक्ट, फाइव जी वायरलेस तकनीक, स्कूल आफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलाजी, ई-मास्टर्स प्रोग्राम समेत भविष्य की अन्य योजनाओं की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ड्रोन तकनीक, वेंटिलेटर प्रोजेक्ट, ई-मास्टर्स प्रोग्राम से खासे प्रभावित हुए। उन्होंने इसके दूरगामी परिणाम सामने आने की बात कही। प्रो. करंदीकर के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने आइआइटी कानपुर को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करने के साथ ही तकनीक विकसित करने पर बधाई दी।