
नपाक के लिए छुटकू बनेगा काल
कानपुर। पाकिस्तानी पीएम इमरान, आतंकवादियों के आकाओं के साथ वहां के सेना के लिए बुरी खबर है। कानपुर के PSIT शिक्षण संस्थान के इंजीनिरिंग विभाग के छात्रों ने छुटकू नामक एक ऐसा रोबोट बनाया है, जो बार्डर पार कर दुश्मनों की जमीन पर जाकर वहां की सारी खूफिया जानकारी इंडियन आर्मी को मुहैया कराएगा। 25 सेमी. हाइट वाला छुटकू बिना रूके लगातार डेढ़ घंटे तक चल सकता है।
PSIT के छात्रों ने बनाया
PSIT इंजीनियरिंग कॉलेज बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र अनंत मिश्रा और अकांशा गुप्ता ने छुटकू नामक रोबोट तैयार किया है। जो बिना रूके करीब डेढ़ घंटे तक चल कर दुश्मनों की जमीन पर जाकर वहां की खूफिया जानकारी मुहैया कराने में सक्षम है। इसके जीपीएस सिस्टम, यूवी सेंसर व सर्वो मोटर से बनाया गया है। अनंत मिश्रा ने बताया कि इसको बनाने में पूरे एक साल लग गए और इसे जल्द ही आर्मी के अधिकारियों को पास भेजा जाएगा। वहां की परीक्षा में सफल होने पर इसका निर्माण किया जाएगा।
छा गया छुटकू
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (SICT ) विश्वकर्मा अवार्ड के नेशनल कन्वेंशन के लिए छुटकू रोबोड का चयन किया गया। प्रणवीर सिंह इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में उत्तर प्रदेश, बिहार व उत्तराखंड के तकनीकी कालेजों के छात्रों ने 45 मॉडल प्रस्तुत किए, जिनमें से पीएसआईटी का छुटकू सबको पीछे छोड़ पहले नंबर पर रहा। छात्र अनंत ने बताया कि हमने इसका निर्माण करने से पहले अपने टीचर से सलाह ली और फिर इसे तैयार करने के लिए जुट गए। छुटकू के जरिए जहां बार्डर की रखवाली की जा सकती है, वहीं इसे नक्सलियों के गढ़ में भी तैनात किया जा सकता है।
छिपे दुश्मन को खोज निकालेगा छुटकू
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (SICT ) के क्षेत्रीय अधिकारी डक्टर मनोज तिवारी ने बताया कि उत्तरी क्षेत्र से विश्वकर्मा अवार्ड के नेशनल कन्वेंशन के लिए सभी दस मॉडल उत्तर प्रदेश से चयनित हुए, जिसमें तीन मॉडल कानपुर के रहे। पीएसआईटी का छुटकू सबको भाया और इसे और अधिक तकनीक से दक्ष करने के लिए आईआईटी के सांइटिस्टों से मदद ली जाएगी। आकांशा ने बताया कि पाकिस्तान बार्डर एक्शन टीम हमारे सैनिकों पर घात लगाकर हमला करती है। छुटकू के जरिए उन्हें खोजा जा सकता है।
Published on:
28 Nov 2018 01:00 pm
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