उन्होंने बताया कि एक मई से सभी पंजीकृत श्रमिकों, जिनका तीन साल से अधिक का पंजीकरण है, उन्हें सरकार पेंशन देने जा रही है। पंजीकृत और गैर पंजीकृत ऐसे मजदूर जिनकी काम करते समय घटनास्थल पर ही मौत हो जाती है तो उनके परिजनों को त्वरित स्तर पर मुआवजा मिलेगा। कानपुर में डेयरी व्यवसाय की बदहाली के लिए पूर्ववर्ती सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार इस उद्योग को अपने पैरों पर खड़ा करेगी। इसकी शुरुआत करते हुए सरकार ने दुग्ध किसानों का पिछले वर्षो का 55 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान कर दिया है, जबकि एक साथ प्रदेश के दस जनपदों में डेयरी प्लांट की शुरुआत की जा रही है। इससे किसानों को रोजगार मिलेगा और आय के नए साधन शुरू होंगे।