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कानपुर में प्रदेश के पहले रामायण थीम पार्क की शुरुआत, सक्रीन पर दिखेगा श्रीराम का पूरा जीवन

State's first Ramayana theme park started in Kanpur- प्रदेश के पहले रामायण थीम पार्क (Ramayan Theme Park) की शुरुआत हो चुकी है। पार्क का सफल ट्रायल पूरा हो चुका है। जल्द ही इसे दर्शकों के लिए खोल दिया जाएगा। आम पार्क से अलग इस पार्क में त्रेतायुग के डिजिटल दर्शन दर्शकों को कराए जाएंगे।

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State's first Ramayana theme park started in Kanpur

State's first Ramayana theme park started in Kanpur

कानपुर. State's first Ramayana theme park started in Kanpur. प्रदेश के पहले रामायण थीम पार्क (Ramayan Theme Park) की शुरुआत हो चुकी है। पार्क का सफल ट्रायल पूरा हो चुका है। जल्द ही इसे दर्शकों के लिए खोल दिया जाएगा। आम पार्क से अलग इस पार्क में त्रेतायुग के डिजिटल दर्शन दर्शकों को कराए जाएंगे। इसमें श्रीराम के जीवन, रामचरित मानस के रचयिता तुलसीदास का जीवन, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड को डिजिटली देखा और पढ़ा जा सकता है। यह थीम पार्क कानपुर के मोती झील स्थित तुलसी उपवन पार्क में छह करोड़ की लागत से बना है।

सक्रीन पर दिखेगा श्रीराम का पूरा जीवन

भगवान श्रीराम का पूरा जीवन डिजिटल माध्यम से दिखाया जाएगा। स्क्रीन पर करीब तीन करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं जिस पर श्रीराम का जन्म से लेकर वनवास तक का पूरा जीवन दिखाया जाएगा। थीम पार्क के इनडोर हॉल में चार बड़ी स्क्रीनों पर 15 मिनट की पूरी स्टोरी में श्रीराम के जन्म से लेकर उनके वनवास तक के जीवन को दिखाया गया है। इसमें चित्रकूट और अयोध्या को दर्शाया गया है। थीम पार्क में तीन पेज में हनुमान चालीसा और 12 पेज में सुंदरकांड को भी डिजिटली पढ़ा जा सकता है। थीम पार्क के निर्माण से जुड़े मुकुल रावत ने कहा कि डिजिटल मूवी को तैयार करने में पांच महीने का वक्त लगा है। तैयार की गई मूवी खुद ही उन्होंने पूरी डिजाइन की है।

रामचरित मानस के रचयिता तुलसीदास का भी देख सकेंगे जीवन

स्क्रीन पर श्रीराम के जीवन के साथ रामचरित मानस के रचयिता तुलसीदास के जीवन को भी दिखाया गया है। 17.57 मिनट की मूवी में दर्शाया गया है कि कैसे तुलसी जी ने अपने बचपन के नाम 'रामबोला' से लेकर तुलसीदास बनने तक के सफर को पूरा किया। कब चित्रकूट में बैठकर तुलसीदास ने रामचरित मानस लिखी। इसके अलावा मूवी में कानपुर से लेकर चित्रकूट और सरयू के घाटों के अद्भुत नजारों को दिखाया गया है। कनक मंदिर, भारद्वाज ऋषि के आश्रम के अनछुए पहलुओं, बिठूर स्थित सीता रसोई और लव-कुश आश्रम के भी दर्शन मूवी के माध्यम से होंगे।