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कानपुर चिड़ियाघर में पीलीभीत से लाई गई पांच लोगों को खाने वाली नरभक्षी टाइगर तनाव में, मांस भी नहीं खाया

Cannibal Tigress ate five people, brought Kanpur zoo from Pilibhit कानपुर चिड़ियाघर में पीलीभीत से नरभक्षी बाघिन को लाया गया। जो पिंजरे के पास से गुजरने वालों पर झपट्टा मारती है। बाघिन तनाव में दिखाई पड़ रही है।

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Cannibal Tigress ate five people, brought Kanpur zoo from Pilibhit कानपुर चिड़ियाघर में पीलीभीत में महिला सहित पांच लोगों को खाने वाली बाघिन को लाया गया। इसके बाद से ही बाघिन तनाव में देखी जा रही है। जिसे 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन रखा गया है और यह पशु चिकित्सकों की निगरानी में रहेगी। इस दौरान उसे भोजन भी दिया गया। लेकिन मांस खाया नहीं। स्थिति यह है कि पिंजरे के पास से यदि कोई गुजरता है तो उस पर झपट्टा मारती है। फिलहाल बाघिन चिकित्सकों की निगरानी में रखी गई है।

फर्स्ट चिकित्सकों की निगरानी में बाघिन

उत्तर प्रदेश के कानपुर चिड़ियाघर में पीलीभीत से एक बाघिन को लाया गया। बाघिन पीलीभीत में पांच लोगों को जिंदा खा गई। जिसको पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिंजरा लगाया था। जिसे 24 जुलाई को पकड़ा गया। बाघिन के कारण पीलीभीत के आसपास के क्षेत्र में लोगों में दहशत थी। बाघिन को पकड़ने के लिए 20 टीमें लगाई गई थी। नूरिया के 10 गांवों में थर्मल ड्रोन और सामान्य ड्रोन से अभियान चलाकर खोज की। बाघिन के हमले से आक्रोशित ग्रामीणों ने खेत में जाना बंद कर दिया और विरोध प्रदर्शन किया। कड़ी मशक्कत के बाद बाघिन को पकड़ा जा सका।

पशु चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया

कानपुर चिड़ियाघर में बाघिन को पशु चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। शनिवार और रविवार को बाघिन को खाने के लिए गोश्त दिया गया।‌ लेकिन उसने नहीं खाया। बताया गया कि बाघिन को एडजस्ट करने में करीब एक महीना लग सकता है। तब तक उस पर निगरानी की जाएगी। डॉक्टर लगातार ऑब्जरवेशन करेंगे।


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