
विहिप का रामोत्सव : अब सब होंगे हिंदू नहीं कहलाएगा कोई दलित-पिछड़ा
विहिप कानपुर में दुनिया का सबसे बड़ा राम महोत्सव 17 अप्रैल को करा रही है। इस राम महोत्सव से विहिप एक नए एजेंडे को इंट्रोड्यूस कर रही है। नए एजेंडे के अनुसार अब न कोई दलित, न पिछड़ा और न सामान्य सबकी पहचान हिन्दू के रुप में होगी। विहिप राम महोत्सव के साथ सामाजिक समरसता और एकरुपता को बढ़ावा देने जा रही है। रामोत्सव में करीब छह हजार बच्चे राम का भेष धरेंगे। राम बनने वाले इन बच्चों में दलित बच्चों पर अधिक कृपा होगी। विहिप का टारगेट लोकसभा चुनाव 2022 है। इस राम महोत्सव में भैयाजी जोशी, साध्वी ऋतम्भरा सहित भाजपा के कई बड़े-बड़े नेता हिस्सा ले रहे हैं।
नया सियासी नजरिए
माना जा रहा है कि, विहिप अब आने वाले दिनों में दलित, पिछड़ा, सामान्य जैसे वर्गों को खत्म कर सिर्फ हिंदू के रुप में सबकी पहचान बनाने का प्रयास कर रही है। अगर सियासी नजरिए देखा जाए तो लोकसभा चुनाव 2022 से पहले एक ऐसा माहौल तैयार किया जा रहा है कि, चारों तरफ सिर्फ हिन्दुत्व की लहर दिखें। और वोटर इस सांचे में पूरी तरह से ढल जाएं।
रामोत्सव में होंगे छह हजार राम
रामोत्सव में भगवान राम के तीन स्वरुप पेश किए जाएंगे। इनमें एक स्वरुप राजकुमार, दूसरा वनवासी और तीसरा राजा का रहेगा। इन सभी राम का रुप धरने वाले बच्चों की उम्र 10 से 20 वर्ष के बीच होगी। एक गांव से सिर्फ एक प्रतिभागी हिस्सा लेगा। वहीं शहर के एक खंड से एक राम बनेगा। इस प्रकार पूरे सूबे से करीब छह हजार बच्चे राम बनेंगे। इसमें सभी जातियों के बच्चे शामिल होंगे। दलित जाति के बच्चों पर विशेष कृपा होगी।
पुष्पक विमान में बैठेंगे राम- हनुमान
और यह सभी 6 हजार भगवान राम, 1100 हनुमान एक साथ पुष्पक विमान में बैठेंगे। तो उसकी छटा ही निराली होगी। और यह पुष्पक विमान भी आकर्षक होगा। पुष्पक विमान 200 फीट उंचा होगा। और इसकी गरूड़ की तरह होगी।
कार्यक्रम आकर्षण -
- सबसे बड़ा राम महोत्सव
- गरूड़ मुखौटे का 200 फीट का पुष्पक विमान
- एक जगह पर छह हजार भगवान राम
- 1100 हनुमान रहेंगे मौजूद।
Published on:
16 Apr 2022 04:26 pm
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