
अब स्कूल से गायब रहने वाले टीचरों की खैर नहीं, ‘हमारे शिक्षक’ का नहीं लगा बोर्ड तो होगी कार्रवाई
Hmare shikshak board:विद्यालय से नदारद रहने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसने के लिए सरकार ने सभी परिषदीय एवं कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में "हमारे शिक्षक" बोर्ड लगाए जाने के निर्देश सितंबर 2022 में दिए थे।
इसके लिए मानक भी निर्धारित किए थे। काफी समय बीत जाने के बाद भी कई विद्यालय के प्रधानाध्यापकों द्वारा "हमारे शिक्षक" बोर्ड नहीं लगवाए गए हैं।
जिसे देखते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने एक अंतिम अवसर सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को 1 सप्ताह का समय देते हुए सख्त चेतावनी जारी की है।
जारी निर्देश में कहा गया है कि अगर निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत हमारे शिक्षक बोर्ड नहीं लगवाया गया। तो संबंधित प्रधानाध्यापकों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
विद्यालय में प्रवेश करते ही देखा जा सके बोर्ड
बेसिक शिक्षा रिद्धी पाण्डेय ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं। इस बोर्ड पर स्कूल के शिक्षकों के नाम, फोटो, पदनाम, शैक्षिक योग्यता, स्कूल में तैनाती का वर्ष और मानव संपदा आईडी लिखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षक बोर्ड विद्यालय में ऐसी जगह लगाया जाए जिसे विद्यालय में प्रवेश करते ही देखा जा सके। हमारे शिक्षक बोर्ड को निर्धारित मानक के अनुसार लगाने का दायित्व प्रधानाध्यापकों का होगा।
विभागीय अधिकारियों, जिला व ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स व अकादमिक रिसोर्स पर्सन के विद्यालयों के निरीक्षण में हमारे शिक्षक बोर्ड का अवलोकन जरूर करने को कहा है।
क्या है हमारे शिक्षक बोर्ड के मानक
1- प्रति विद्यालय प्रति बोर्ड अधिकतम 500 रुपये धनराशि दी जाएगी।
2- बोर्ड 2.5 गुणा 4 फिट के साइज में लकड़ी या लोहे के ऐंगल व पलैक्स शीट पर बनवाया जायेगा। जिसमें हर शिक्षक का फोटो 3 गुणा 4 इंच साइज का होगा।
Published on:
28 Feb 2023 04:16 pm
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