लंबे समय से संघर्षरत कृषि पर्यवेक्षकों कृषि उपज मंडी स्थित सहायक निदेशक कार्यालय के समक्ष धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया।
करौली जिले के हिण्डौन सिटी में 11 सूत्री मांगों को लेकर संघर्षरत कृषि पर्यवेक्षकों ने मंगलवार को कृषि उपज मंडी स्थित सहायक निदेशक कार्यालय के समक्ष धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जिले भर के कृषि पर्यवेक्षकों ने नारे लगा कर मांगें पूरी करने की आवाज उठाई। बाद में कृषि विभाग के उपनिदेशक सियाराम मीणा को मांगों का ज्ञापन सौंपा।
कृषि पर्यवेक्षक संयुक्त समन्वय समिति के जिलाध्यक्ष अमरसिंह मीना व राजस्थान कृषि स्नातक संघ के जिला अध्यक्ष कैलाश चंद्रवाल के नेतृत्व में दोपहर में जिलेभर में कार्यरत कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी कैलाश नगर मंडी स्थित सहायक निदेशक कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया और मांगों को लेकर नारे लगाए।
इस दौरान करीब दो घंटे तक सांकेतिक धरना दिया गया। संभाग उपाध्यक्ष जगदेव प्रजापत ने बताया कि वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक से सहायक कृषि अधिकारी के पद पर पदोन्नति कोटा 75 प्रतिशत करने, सातवें वेतन आयोग की विसंगति को दूर करने, कृषि पर्यवेक्षक व वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक को बहुआयामी भत्ता के रूप में 3750 रुपए देने , कृषि पर्यवेक्षक , वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक, व सहायक कृषि अधिकारी के पदों का अनुपात 4:1 करने जाए, प्रत्येक ग्राम पंचायत पर कृषि पर्यवेक्षक का पद सृ़जित करने , अतिरिक्त चार्ज पर 2500 रुपए का भत्ता देने, ऑनलाइन कार्यों के लिए प्रति माह 1000 रुपए मोबाइल रिचार्ज को देने , किसान सेवा केन्द्रों का निर्माण कराने, स्टेशनरी भत्ता देने, आरपीएससी से विभागीय भर्तियों में कृषि पर्यवेक्षकों का कोटा 15 प्रतिशत करने, उद्यान विभाग में पंचायत समिति पर 8 कृषि पर्यवेक्षक लगाने की मांग कर रहे हैं।
इस दौरान जिला संयोजक गुमान सिंह, जिला संरक्षक कुंजीलाल मीना, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रियंका मीना, महिला प्रकोष्ठ जिला संयोजक कल्लो बाई मीना, पूर्व जिला अध्यक्ष महेश शर्मा, जिला संयोजक अनिल गुर्जर, सहित कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी मौजूद रहे।