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दोहरी कमाई के लिए उद्यानिकी के साथ सरसों की अगेती बुवाई

Early sowing of mustard with horticulture for double earning किसानों ने अमरूद व पपीता के खेेतों में बोई सरसो

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दोहरी कमाई के लिए उद्यानिकी के साथ सरसों की अगेती बुवाई

दोहरी कमाई के लिए उद्यानिकी के साथ सरसों की अगेती बुवाई

सूरौठ. /हिण्डौनसिटी. सूरौठ तहसील के बाईजट्ट गांव किसानों ने दोहरी आमदनी के लिए अमरूद और पपीता की उद्यानिकी के खेतों में सरसों की बुवाई की गई। अगेती बुवाई की सरसों के फसल में सोमवार से किसानों ने निराई का कार्य शुरू किया। कृषि विभाग की अधिकारियों की देखरेख में एक खेत में दोहरी फसल से किसानों में दुगनी आय की उम्मीद जगी है।


गांव के प्रगतिशील किसान राधेश्याम जाट ने बताया कि उसके खेत में अमरूद व पपीता की बागबानी की जा रही है। खरीफ की फसल के समय में खाली छोड़े पौधों के बीच के क्षेत्र में गत दिनों अगेती सरसों की बुवाई की गई। अब सरसों के फसल में निराई कर खरपतबार को दूर किया जा रहा है। ताकि सरसों की फसल अच्छी हो सके।

प्रगतिशील किसान ने बताया कि गांव में कई किसानों ने खेतों में अमरूद बाग लगाया हुआ है। पहले वर्ष में कुछ पौधें में फल लगे। आगामी वर्ष में बहुतायत में फल लगने की उम्मीद है।
कृषि विभाग की आत्मा योजना के सहायक निदेशक बीडी शर्मा ने बताया कि बाई जट्ट गांव में राधेश्याम जाट प्रगतिशील किसान ने कई बीघा अमरूद का बाग लगाया है। उद्यानिकी में वर्मी कम्पोस्ट व केंचुआ खाद का उपयोग किया गया है। क्षेत्र के अमरुद के किसान पपीता के बाग भी लगा रहे हैं।