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मावठ से कहीं खिली सरसों, कहीं हवा से पसरी गेहूं की फसल

करौली/हिण्डौनसिटी. माघ माह में बरसी मावठ खेतों में खड़ी रबी की फसल के लिए अमृतमयी मानी जा रही है। बारिश की बंूदों से जिलेभर में गेहूं, चना व सरसों की फसल खिलकर लहलहा उठी है, लेकिन सीजन से पहले बोई सरसों की अगेती फसल में बारिश से नुकसान देखा जा रहा है। वहीं रविवार रात को बारिश के साथ हवा चलने से खेतों में खड़ी गेहंू की फसल पसर गई है। मावठ के दोहरे असर से किसानों के चेहरे पर कहीं अच्छी पैदावार की उम्मीद की खुशी हैं, तो कहीं गेहूं और अगेती सरसों में नुकसान की आशंका से ङ्क्षचता की लकीरें। बीते चौबीस

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मावठ से कहीं खिली सरसों, कहीं हवा से पसरी गेहूं की फसल करौली/हिण्डौनसिटी. माघ माह में बरसी मावठ खेतों में खड़ी रबी की फसल के लिए अमृतमयी मानी जा रही है। बारिश की बंूदों से जिलेभर में गेहूं, चना व सरसों की फसल खिलकर लहलहा उठी है, लेकिन सीजन से पहले बोई सरसों की अगेती फसल में बारिश से नुकसान देखा जा रहा है। वहीं रविवार रात को बारिश के साथ हवा चलने से खेतों में खड़ी गेहंू की फसल पसर गई है। मावठ के दोहरे असर से किसानों के चेहरे पर कहीं अच्छी पैदावार की उम्मीद की खुशी हैं, तो कहीं गेहूं और अगेती सरसों में नुकसान की आशंका से ङ्क्षचता की लकीरें। बीते चौबीस घंटे में श्रीमहावीरजी में 19 व हिण्डौन में 10 एमएम बारिश होने से खेत से लेकर शहर के रास्ते तर हैं। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ से आए मौमस में बदलाव से रविवार दोपहर से लेकर सोमवार तड़के तक रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहा। रिझझिम तो कभी मध्यम बारिश में सावन की झड़ी में सरसों सरसों, गेहूं और चना की फसल खिल उठी। कृषि अधिकारियों के अनुसार मावठ से सरसों के साथ सबसे ज्यादा चना की फसल का फायदा हुआ है। हालांकि रबी की फसल में चना का रकबा सबसे कम है। दरअसल पौष माह में दो-तीन दिन बारिश होने बाद क्षेत्र में रबी की फसल को मावठ का संबल की जरुरत थी। भूमि में अपेक्षाकृत नमीं कम होने से किसान सर्द रातों में फसलों की ङ्क्षसचाई कर रहे थे। एक दिन में ही मावठ से पर्याप्त ङ्क्षसचित होकर चहुंओर खेतों में फसलें लहलहा उठी हैं। बारिश से रुकी कटाई,अगेती सरसों में नुकसान: मावठ से जिले में चल रही अगेती सरसों की कटाई का काम थम गया है। जो भीगी फसल के सूखने के पर शुरू हो सकेगा। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार धूप खिलने से सरसों की फलियां फटने से दानों के खेतों में बिखरने से किसानों को सरसों की पैदावार कम बैठने का नुकसान होगा। बारिश से खेतों में गिरी गेहूं की फसल : महूइब्राहिमपुर / कटकड़. मावठ की बारिश खास तौर पर सरसों और चना के लिए फायदेमंद हुई है। वहीं क्षेत्र में गेहंू की फसल को लेकर ङ्क्षचता बढ़ा दी है। रात में झमाझम बारिश में बालियों के लकदक गेहूं की फसल भीगने से हल्के हवा के झोकों से पसर गई। सुबह खेतों पर पहुंचे किसान गिरी फसल को देख ङ्क्षचतित हो गए। क्षेत्र में महूइब्राहिमपुर, महूखास, महू दलालपुर, घोंसला, करई, मूडरी में सहित अनेक गांवों में गेहूं की फसल गिरी हैं। इसी प्रकार कटकड़ क्षेत्र में बारिश से सरसों व चना में फायदा होने के साथ गेहूं में नुकसान की आशंका है। देहात क्षेत्र के कटकड़, खेड़ा जमालपुर, कुतकपुर, गुनसार, गांवड़ा मीना, भमाड़ी, फैलीपुरा रीठौली में रविवार को दिन और रात बारिश हुई। किसान श्रीफूल, हुरमद खान अमरङ्क्षसह आदि ने बताया कि रात को तेज हवा से कटकड़ कुतकपुर गुनसार, क्षेत्र में गेहूं की फसल पसर गई।