इस दौरान दौलतपुर ग्राम पंचायत सरपंच चंदरी मीना के नेतृत्व में ग्रामीण यहां सपोटरा विधायक रमेश मीना के आवास पर पहुंचे, वहीं कलक्ट्रेट पहुंचकर कलक्टर को भी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि आजादी के बाद से अब तक उन्हें अंधेरे में गुजर-बसर करना मजबूरी बनी हुई है। सौर ऊर्जा के तहत अब तक अनेक परिवार सौर ऊर्जा की बिजली से भी वंचित हैं।
ग्राम पंचायत मुख्यालय होने के बावजूद सड़क का अभाव है, जबकि सरकार द्वारा ग्राम पंचायत मुख्यालयों को सड़क से जोडऩे की बात कही गई, लेकिन अब तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। इसके अलावा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर चिकित्सा सुविधाओं का भी टोटा है। ऐसे में उनके समक्ष मुश्किल होती है।
इसके अलावा पेयजल की भी गंभीर समस्या बनी रहती है। विशेष रूप से गर्मी के मौसम में यह परेशानी और बढ़ जाती है। ग्रामीणों को 7-8 किलोमीटर दूर से टैंकरों के जरिए पानी लाना मजबूरी होती है। वहीं पंचायत मुख्यालय पर उच्च माध्यमिक स्तर का विद्यालय तो है, लेकिन उसमें कई विषयों के अध्यापक ही नहीं है।
ज्ञापन में बताया है कि ग्राम पंचायत क्षेत्र में 4-5 रमणीक और दर्शनीय स्थल हैं, बारिश के दिनों में झरने बहते हैं, जहां अनेक लोग आते हैं, लेकिन सार-संभाल का अभाव बना हुआ है। इसके अलावा क्षेत्र में यातायात के साधनों का भी अभाव है।
तहसील मुख्यालय सपोटरा करीब 25 किलोमीटर दूर है, जहां आने-जाने के लिए जीप आदि में यात्रा करनी पड़ती है, लेकिन सड़क के टूटी-फूटी और उस पर भी अतिक्रमण होने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों ने समस्याओं के समाधान कराने की मांग की है। इस दौरान खिलाड़ी मीना, रामवीर गुर्जर, रामगिलास, दिलखुश, लोकेश शर्मा, रामसिंह गुर्जर, भरतलाल, रघुवीर, प्रकाश, महेशचन्द गुर्जर, प्रभू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।