करौली . सवाईमाधोपुर से अलग कर गंगापुर सिटी के जिला बनने से करौली जिले की राजनीतिक तस्वीर भी काफी हद तक बदल जाएगी।
करौली . सवाईमाधोपुर से अलग कर गंगापुर सिटी के जिला बनने से करौली जिले की राजनीतिक तस्वीर भी काफी हद तक बदल जाएगी। टोडाभीम विधानसभा क्षेत्र के नादौती ब्लॉक के काफी हिस्से के अलावा हिण्डौन विधानसभा क्षेत्र की श्रीमहावीरजी पंचायत समिति की कई ग्राम पंचायतों को नव गठित गंगापुर सिटी जिले में शामिल करने की संभावना है। यदि ऐसा होता है तो जिले की हिण्डौन और टोडाभीम विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण बदलना भी तय है।
अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए आरक्षित हिण्डौन विधानसभा क्षेत्र के अन्र्तगत आने वाली श्रीमहावीरजी पंचायत समिति की कई एससी आबादी बाहुल्य ग्राम पंचायतों के गंगापुर जिले में चले जाने से वोट की राजनीति बदलने के आसार दिखाई दे रहे हैं। वहीं अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के लिए आरक्षित टोडाभीम विधानसभा क्षेत्र के नादौती इलाके से मीना समाज के अलावा गुर्जर कम्यूनिटी के कई गावों के गंगापुर में चले जाने से आम चुनाव में जातिगत राजनीति पर असर पड़ेगा।
ऐसे माहौल में राजनेताओं को अपनी-अपनी राजनीतिक जमीन खिसकने का डर सताने लगा है। जिसके चलते भाजपा की पूर्व विधायक से लेकर कांग्रेस के वर्तमान विधायक भी इस मुद्दे पर एकमत हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि श्रीमहावीरजी क्षेत्र के सरपंचों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने गत दिवस कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया था।
पूर्व विधायक ने सीएम को लिखा पत्र
पूर्व विधायक राजकुमारी जाटव ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर हिण्डौन विधानसभा क्षेत्र में आने वाली टोडाभीम और श्रीमहावीरजी तहसील की ग्राम पंचायतों को करौली जिले में ही यथावत रखने की मांग की है। पूर्व विधायक ने बताया है कि टोडाभीम की जौंल, बौंल, तिघरिया, महमदपुर, देवलेन, कुढावल, जगदीशपुरा व हिण्डौन की श्रीमहावीरजी व चंादनगांव ग्राम पंचायतों को नगवठित गंगापुर सिटी जिले में शामिल करना यहां के लोगों के हितों पर कुठाराघात होगा। इसलिए इन पंचायतों को पूर्ववत करौली जिले में ही रखा जाए।
विधायक भरोसी लाल भी कर चुके मांग
इस मामले में हिण्डौन से कांग्रेस विधायक भरोसी लाल जाटव गत मई माह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख चुके हैं। विधायक का कहना है कि हिण्डौन एवं टोडाभीम विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को नवसृजित गंगापुर जिले में जोडऩा गलत है। विधायक ने सीएम से मांग की है कि लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इन पंचायतों को करौली जिले में ही रखा जाए।