शहीद की अंतिम यात्रा गुरुवार सुबह करीब 8 बजे जुलूस के रूप में श्रीमहावीरजी से पैतृक गांव कोडिया के लिए रवाना हुई । इसमे हजारों लोगों ने हिस्सा लिया आईटीबीपी 45 बटालियन के वाहन द्वारा शहीद शिवनारायण मीना की पार्थिव देह को देश भक्ति के गीतों और जयकारों के साथ पैतृक गांव में लाया गया। गांव में सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारियों व जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग तथा पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा सहित जनप्रतिनिधियों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए।
शहीद के छोटे भाई नमोनारायण मीना ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी।
सभी ने परिजनों को राज्य सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस मौके कहा कि क्षेत्र की वीरों की भूमि राजस्थान के करौली जिले के जवानों ने समय-समय पर अपनी शहादत देकर देश की सीमाओं की रक्षा की शहीद शिवनारायण में ने वीरों की इस परंपरा को आगे बढ़ाया है। इस पर समस्त राजस्थान वासियों को गर्व है।
पिता बोले देश के लिए हुआ कुर्बान शहादत पर है फक्र अपने माता-पिता के बड़े बेटे शिवनारायण थे। उनसे छोटे नमोनारायण एक बहन मैनावती जो सबसे बड़ी थी। माँ ईसर बाई बेटे की शादी को लेकर तैयारियां कर रही थी। पिता ऊँकार मीना का कहना है कि रोज शाम शिवनारायण का फोन आता था। एक दिन पहले कहा था कि पापा में रक्षाबंधन को घर आ रहा हूं। वो तो नही आया लेकिन उसकी तिरंगे में लिपटी ……….इतना कह कर वह फ़क फक कर रोने लगे ।