
आप अपनी शिकायतों के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाए और समस्या का समाधान घर बैठे फोन पर ही हो जाए। कुछ ऐसा ही वादा करते हुए राजस्थान सरकार ने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर '1810 हैल्पलाइन की शुरुआत की, लेकिन यह अच्छी मंशा भी नौकरशाही ने उलझा दी है...
आमजन अपनी शिकायतों के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाए और उसकी समस्या का समाधान घर बैठे फोन पर ही हो जाए। कुछ ऐसी ही भावना लेकर राजस्थान सरकार ने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर '1810 हैल्पलाइन की शुरुआत की, लेकिन यह अच्छी मंशा भी नौकरशाही ने उलझा दी है। आलम यह है कि पोर्टल पर समस्याओं के अंबार हैं और निस्तारण की स्थिति कछुआ गति को भी मात दे रही है।
लोग उम्मीद लेकर संपर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा रहे हैं। लेकिन शिकायतों के निस्तारण की मंद रफ्तार से इनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में लोग शिकायत संबंधी कागज विभागों में लेकर पहुंच रहे हैं और इधर से उधर चक्कर लगा रहे हैं। ऐसे में योजना का उद्देश्य पूरा होता नहीं दिख रहा। कई मर्तबा इस संबंध में राज्य स्तर पर बैठकें भी हुई हैं और इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गईहै, लेकिन ढर्रा बदलने का नाम नहीं ले रहा है। अकेले करौली जिले में करीब ४ हजार शिकायतें विभिन्न विभागों में पड़ी हैं, जिनका निस्तारण होना बाकी है।
कई हैं बेतुकी शिकायत
संपर्क पोर्टल का काम देख रहे कार्मिकों का कहना है कि बिजली, पानी सड़क आदि की शिकायतें तो जायज हैें, जिनका उचित समय पर निस्तारण भी किया जा रहा है, लेकिन कुछ लोग व्यक्गित शिकायत भी पोर्टल पर डाल रहे हैं। इससे शिकायतों का अम्बार लग रहा है। सड़क बनाने जैसे मसले में भी काफी समय लगता है।
ऐसे में इन शिकायतों का निस्तारण जल्द नहीं हो पाता। पोर्टल ने इसके लिए ०-३०, ३१-४५, ४६-६०, ६१-१८० दिन शिकायतों के निस्तारण के लिए तय किए हैं। हालांकि लंबी अवधि की पेंडिंग शिकायत कम हैं। जिले में सभी विभागों की कुल शिकायतें ३८०४ पेंडिंग हैं।
यह है पोर्टल की बानगी
शहर की रामनगर कॉलोनी वार्ड नंबर ३८ के लोगों ने बताया कि कॉलोनी की समस्याओं के संबंध में दर्जनों बार लिखित व मौखिक शिकायत के बाद भी नतीजा सिफर रहा है। लोगों ने कहा कि कि इस संबंध में राजस्थान संपर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई, आयुक्त ने बिना मौका देखे दूरभाष पर संपर्क नहीं होने बहाना बनाकर परिवाद निस्तारित कर इतिश्री कर दी।
''शिकायतों का निस्तारण हर विभाग स्तर पर किया जा रहा है। मासिक बैठक में इसकी समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिए जाते हैं। जयपुर स्तर पर भी इसका रिव्यू किया जाता है। — अभिमन्यु कुमार जिला कलक्टर करौली
Published on:
16 Jan 2018 12:10 pm
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