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रोडवेजकर्मियों ने किया प्रदर्शन, आंदोलन तेज करने का ऐलान

Roadways workers demonstrated, announced to intensify the movementश्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा का रोडवेज बचाओ-रोजगार बचाओ आंदोलन

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हिण्डौनसिटी. राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में रोडवेजकर्मियों ने हिण्डौन डिपो मुख्यद्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। 21 सूत्रीय मांगों के लेकर श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों ने आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया। डिपो के द्वार पर गुरुवार को भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
रोडवेजकर्मियों नेश्रामिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा के बैनर तले दोपहर में विरोध प्रदर्शन किया। रोडवेज बचाओ-रोजगार बचाओ आंदोलन में एटक, सीटू, इंटक के साथ सेवानिवृत रोडवेजकर्मियों का संगठन राजस्थान रोडवेज सेवानिवृत कर्मचारी कल्याण समिति व आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्प्लाइज यूनियन भी शामिल हुआ। इस दौरान 21 सूत्री मांगों के लिए 24 नवम्बर को एक दिन की प्रदेशव्यापी हडताल करने का निर्णय लिया गया।
एटक के अध्यक्ष धारासिंह गुर्जर, इंटक के संयोजक मदन मोहन शर्मा व रिटायर्ड एसोसिएशन सचिव पूरणमल शर्मा के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे रोडवेजकर्मियों का कहना था कि डेढ़ दशक से राज्य सरकारों की रोडवेज के प्रति निरंतर उपेक्षा की नीति रही है। साथ ही अधिकारियों के कुप्रबन्धन से रोडवेज उद्योग एवं कर्मचारियों पर भारी आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। रोडवेजकर्मियो ने इस स्थिति से उबरने के लिए सरकार से रोडवेज के राजस्व में गुणात्मक बढोतरी के ठोस उपाय करने व प्रतिमाह घाटे के बराबर अन्तिम कार्यदिवस से पूर्व आर्थिक अनुदान देने का तुरन्त निर्णय करने की मांग की। रोडवेजकर्मियों ने आरोप लगाया दिसम्बर 2016 में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने जनघोषणा पत्र में रोडवेज को संबल देना शामिल किया था। लेकिन सरकार के साढ़े तीन वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी वादा पूरा नहीं किया गया है। इससे रोडवेजकर्मियों में रोष व्याप्त है। रोडवेजकर्मियों को एटक के शाखा सचिव सत्यवीर डागुर व एसोएसिएशन के अध्यक्ष महेश शर्मा ने भी संबोधित किया।

ये है प्रमुख मांग-
प्रदर्शन का रहे रोडवेजकर्मियों ने बताया कि सेवानिवृतों को हर महीने के प्रथम कार्य दिवस को पेंशन व परिलाभों का भुगतान की स्थाई व्यवस्था करने, रोडवेज के बस स्टैण्डों को राजस्थान राज्य बस अड्डा विकास प्राधिकरण के अधीन नहीं करने, पूर्व में अराष्ट्रीयकृत किए भागों को राष्ट्रीयकृत करने, रोडवेज के बेड़े में दो हजार नई बसें खरीदने, दस हजार रिक्त पदों पर नई भर्ती करने, रोडवेज बस स्टैण्डों के बाहर से संचालित हो रहीं सभी तरह की निजी बसों को 2 से 5 किलोमीटर दूर से संचालित करने, अप्रेल 2022 से लागू सांतवे वेतनमान को जनवरी 2016 से लागू करने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, सेवानिवृत कर्मचारियों को सेवानिवृति परिलाभों के विलम्ब से भुगतान पर न्यायिक निर्णयों के अनुसार ब्याज का भुगतान करने, सेवानिवृत कर्मचारियों के सभी प्रकार के अन्य बकाया भुगतान करने आदि 21 सूत्री मांगों को समय रहते स्वीकार करने की मांग की।

यूं चलेगा आंदोलन
रोडवेज श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश स्तरीय निर्णय के अनुसार
13 व 14 अक्टूबर के डिपो के गेट पर प्रदर्शन के बाद 18 अक्टूबर को प्रदेशभर में एक घंटे का कार्य बहिष्कार, 1 से 15 नवम्बर तक प्रदेश में सभी इकाईयों के संयुक्त दौर,17 नवम्बर को जयपुर में प्रदेश स्तरीय रैली,19 नवम्बर को प्रदेश के सभी इकाईयों पर ढोल बजाओ-सरकार जगाओ प्रदर्शन, 22 व 23 नवम्बर 2022 तक प्रदेश में सभी डिपो पर 24 घंटे का धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अंत में 24 नवम्बर को एक दिवसीय प्रदेश व्यापी हड़ताल की जाएगी।