आपको बतादें कि कासगंज जनपद से 15 किलो मीटर दूर स्थित भगवान वराह की तीर्थनगरी सोरों में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मार्गशीर्ष मेला चल रहा है। मान्यता है कि भगवान विष्णु के दसवें अवतार के रूप में हिरणाक्ष का वध करने के लिए शूकर के रूप में अवतरित हुए थे। उन्होंने मार्गशीर्ष की एकादशी के दिन व्रत रखकर हिरणाक्ष का वध करके इस कुंड में मोक्ष की प्राप्ति की थी, तभी इस सोरों तीर्थनगरी में मार्गशीर्ष मेला लगाता है। इस तीर्थनगरी की एक नहीं अनेकों कथाएं हैं, लेकिन 15 दिन तक चलने वाले मेले में बार बालाओं द्वारा अश्लीलता परोसी जा रही है। जमकर आस्था और श्रद्धा के मेले में बार बालाओं द्वारा फिल्मी गानों पर ठुमके लगवाये जा रहे हैं, तो वहीं लोग शराब पीकर जमकर पैसा लुटा रहे हैं। हालांकि जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और पुलिस अधीक्षक सुशील घुले के प्रतिबंध के बावजूद भी ठेकेदारों द्वारा अश्लीलता परोसी जा रही है।