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मृतक चंदन गुप्ता के घर लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। इसी दौरान कासगंज जिलाधिकारी आरपी सिंह सरकार द्वारा घोषित 20 लाख की सहायता राशि का चेक देने घर पहुंचे। परिजनों ने ये चेक लेने से साफ इंकार कर दिया। परिजनों ने दो टूक जवाब देते हुए कहा, कि उनका तो लाल चला गया, अब इस पैसे का वे क्या करेंगे।
मृतक चंदन गुप्ता के घर लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। इसी दौरान कासगंज जिलाधिकारी आरपी सिंह सरकार द्वारा घोषित 20 लाख की सहायता राशि का चेक देने घर पहुंचे। परिजनों ने ये चेक लेने से साफ इंकार कर दिया। परिजनों ने दो टूक जवाब देते हुए कहा, कि उनका तो लाल चला गया, अब इस पैसे का वे क्या करेंगे।
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परिजनों ने मांग की उन्हें पैसोंं की कोई आवश्यकता नही है। उन्होंने मांग की कि मृतक चंदन गुप्ता को शहीद का दर्जा दिया जाए। कासगंज में चंदन पार्क बनाया जाये। परिजनों की इस मांग पर जिलाधिकारी कुछ न बोल पाये। इसके बाद जिलाधिकारी ने ये चेक एक परिजन को पकड़ाया और वहां से चले गए।
परिजनों ने मांग की उन्हें पैसोंं की कोई आवश्यकता नही है। उन्होंने मांग की कि मृतक चंदन गुप्ता को शहीद का दर्जा दिया जाए। कासगंज में चंदन पार्क बनाया जाये। परिजनों की इस मांग पर जिलाधिकारी कुछ न बोल पाये। इसके बाद जिलाधिकारी ने ये चेक एक परिजन को पकड़ाया और वहां से चले गए।
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कासगंज में गणतंत्र दिवस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा निकाली गई तिरंगा यात्रा को लेकर विवाद हो गया था। इसमें युवा चंदन गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसा भड़क उठी थी। शासन ने चंदन के परिजनों को 20 लाख रुपये की देने की घोषणा की गई, जिसके बाद जिलाधिकारी 20 लाख का चेक देने के लिए चंदन गुप्ता के घर पहुंचे थे।
कासगंज में गणतंत्र दिवस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा निकाली गई तिरंगा यात्रा को लेकर विवाद हो गया था। इसमें युवा चंदन गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसा भड़क उठी थी। शासन ने चंदन के परिजनों को 20 लाख रुपये की देने की घोषणा की गई, जिसके बाद जिलाधिकारी 20 लाख का चेक देने के लिए चंदन गुप्ता के घर पहुंचे थे।
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