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शहर में सिटी बसें बंद होने छात्राओं की बढ़ी परेशानी, पढ़ाई पर पड़ रहा विपरीत असर

city bus katni

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कटनी

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Balmeek Pandey

Mar 23, 2025

Negligence in city bus operation

Negligence in city bus operation

10 महीने से ठप पड़ी बस सेवा, कॉलेज जाने को छात्राओं को करना पड़ रहा संघर्ष, एनएसयूआई भी पूर्व में कर चुकी है प्रदर्शन, जिम्मेदारों की अनदेखी से नहीं मिल पा रही सुविधा

कटनी. शहर में सिटी बस सेवा बंद होने के चलते सैकड़ों छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक समस्या उन छात्राओं के सामने है, जो शहर से 10 किलोमीटर दूर स्थित गल्र्स कॉलेज में पढ़ाई के लिए जाती हैं। बस सेवा बंद होने से न केवल छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, बल्कि उनके अभिभावक भी परेशान हैं। उन्हें रोजाना निजी साधनों या ऑटो का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है।
शहर में 10 माह पूर्व तक नियमित रूप से चलने वाली सिटी बसें अचानक ऑपरेटर द्वारा बंद कर दी गईं। ऑपरेटर का कहना है कि आर्थिक घाटा और तकनीकी परेशानियों के कारण बसें चलाना उनके लिए संभव नहीं रह गया। नगर निगम ने बसें बंद करने वाले ऑपरेटर पर सिर्फ ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई कर इतिश्री कर ली है, लेकिन बस सेवा दोबारा शुरू कराने की दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया।

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जिम्मेदारों की बेरुखी
सिटी बसों का संचालन नगर निगम की जिम्मेदारी है। बावजूद इसके महापौर, नगर निगम आयुक्त और जिला कलेक्टर की तरफ से इस समस्या पर कोई गंभीर पहल अब तक नहीं की गई है। नतीजा ये है कि छात्राओं और आम यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आपको जानकर हैरानी की होगी कि जून माह से बसें बंद हैं, अबतक न तो टेंडर प्रक्रिया पूरी हो पाई और नाही बसें चल पाईं। शहरवासियों का कहना कि यदि जिम्मेदार गंभीरता दिखाते तो अबतक बसें चलने लगतीं।

एनएसयूआई ने किया प्रदर्शन
गल्र्स कॉलेज में छात्राओं को हो रही असुविधा को लेकर एनएसयूआई पहले ही कॉलेज गेट पर प्रदर्शन कर चुका है। एनएसयूआई पदाधिकारियों का कहना है कि यह मामला बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा से जुड़ा है, इसलिए प्रशासन को तत्काल सिटी बसें शुरू करानी चाहिए। यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।

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छात्राओं ने कहीं यह बात
कॉलेज की छात्राएं प्रतिदिन शहर से 8 से 10 किलोमीटर दूर से ऑटो से कॉलेज जाती हैं। किराए का खर्च बहुत ज्यादा हो गया है। कॉलेज के साथ नगर निगम की बस सेवा फिर शुरू होनी चाहिए।
शिवानी मिश्रा, छात्रा।

पिछले कई महीनों से बसें बंद हैं, निजी साधनों से सफर करना महंगा और असुरक्षित भी है। कई की तो अधिक किराया के कारण पढ़ाई छोडऩे तक की नौबत आ रही है। जिम्मेदारों को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
मुस्कान निगम, छात्रा।

कॉलेज की छात्राओं ने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। कलेक्ट्रेट तक में सुविधाओं की मांग को लेकर प्रदर्शन छात्राओं ने किया था। प्रशासन से मांग है कि तुरंत सिटी बसें शुरू करवाई जाएं।
महिमा चक्रवर्ती, छात्रा।

कॉलेज पहुंचने में डेढ़ से दो घंटे छात्राओं लग जाते हैं। महंगी ऑटो यात्रा के अलावा ट्रैफिक की समस्या भी झेलनी पड़ती है। बस में सुविधा जनक व सुरक्षित सफर छात्राएं कर पाती हैं, इसलिए यह सुविधा जल्द शुरू हो।
अंबिका पटेल, छात्रा।

हमारे कॉलेज में दूर-दूर से आने वाली छात्राएं हैं। बसें नहीं चलने से कई लड़कियां परेशान होकर गैप करके कॉलेज आती हैं। हर दिन कॉलेज आना महंगा हो गया है। अभिभावकों को भी चिंता रहती है।
शिवानी मिश्रा, छात्रा।

प्रशासन को देना चाहिए ध्यान
कांग्रेस के कार्यवाहक शहर अध्यक्ष राजा जगवानी ने कहा कि शहर की सिटी बसें सिर्फ छात्रों के लिए ही नहीं, आम यात्रियों के लिए भी जरूरी हैं। सवाल ये है कि क्या महापौर, आयुक्त और कलेक्टर इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान देंगे या यात्री यूं ही परेशान होते रहेंगे। यदि जल्द सिटी बसों का संचालन शुरू नहीं किया गया तो नगर निगम घेराव किया जाएगा।