
धान खरीदी केंद्र कैलवारा में अव्यवस्था
कटनी. जिले में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी काक्रम जारी है। हर केंद्र में मनमानी हावी है, किसानों के लिए केंद्रों में पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं, समय पर तौल नहीं हो रही और परिवहन भी सुस्त गति से चल रहा है। सबसे गंभीर समस्या यह है कि हर तौल में किसानों से 40 किलोग्राम की भर्ती में 41 किलो 200 से 300 ग्राम धान ली जा रही है। याने कि हर तौल में लगभग एक किलोग्राम अधिक उपज किसानों से ली जा रही है...। यह हकीकत सामने आई जब शुक्रवार को पत्रिका टीम ने शहर से चंद किलोमीटर दूर कैलवारा खुर्द स्थित सारान्य वेयर हाउस के कन्हवारा खरीदी केंद्र में। यहां पर किसानों को गेट से लेकर तौल तक भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
पड़ताल में बात सामने आई कि किसानों को स्लॉट बुक करने के बाद मैसेज आने पर वे केंद्र लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन उनकी तौल दो से तीन दिन में हो रही है। केंद्र में उनको उपज रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल रही है। जब वेयर हाउस में धान भंडारित हो जाती है और फिर जगह खाली होती है तो फिर वाहनों को अंदर लिया जाता है और उपज खाली कराई जाती है। वजन अधिक लेना भी यहां कि गंभीर समस्या है। उबड़-खाबड़ परिसर में किसान खुद से तिरपाल, कैनात आदि बिछाकर उपज बेचने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। यह हकीकत जिले के कई केंद्रों की है। पत्रिका ने पड़ताल की तो इंतजामों की पोल खुलकर सामने आई...।
सारन्या वेयर हाउस में गंभीर दर्जे की लापरवाही बरती जा रही है। केंद्र के अंदर जगह न होने के कारण वाहन अंदर नहीं खड़े हो पा रहे। किसान धान लेकर केंद्र के बाहर ट्रैक्टर लेकर खड़े रहते हैं। इससे एप्रोच मार्ग तो बंद रहता ही है साथ ही नेशनल हाइवे में वाहन खड़े होने से हर समय हादसे का डर बना रहता है।
पत्रिका टीम जब खरीदी केंद्र पहुंची तो यहां पर आधा दर्जन से अधिक तौल कांटों में तौल जारी थी। इन कांटों में एक बोरी में 41 किलो 200 ग्राम धान का वजन लिया जा रहा है। जबकि 40 किलोग्राम की भर्ती है, बोरी का वजन की धान ही सिर्फ अधिक लेना है, लेकिन किसानों से लगभग एक किलोग्राम धान अधिक हर बोरी में ला जा रही है। यह स्थिति जिले के कई केंद्रों में पर है।
सारन्या वेयर हाउस में बनाए गए खरीदी केंद्र में किसानों को उपज रखने आदि के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। किसान बोल्डर-पत्थर के बीच तिरपाल, पन्नी, हरी नेट आदि बिछाकर धान का ढेर लगाकर तौल करा रहे हैं। यह पूरे केंद्र में समस्या है। किसान प्रदोष अग्रवाल खरखरी ने कहा कि खुद से तिरपाल आदि लाकर धान रख रहे हैं।
जब धान तौल के लिए अंदर व्यवस्था नहीं रहती तो वेयर हाउस का गेट बंद कर दिया जाता है। शुक्रवार दोपहर को भी गेट बंद रहा। केंद्र प्रभारी कृष्णदत्त पांडेय ने कहा कि जब अंदर व्यवस्था नहीं होती तो कैसे खड़ी कराएं। किसान नोखेलाल पटेल निवासी मतवार पड़रिया ने कहा कि 200 बोरी धान लेकर पहुंचे हैं, जब आये तो गेट बंद रहा।
पत्रिका ने जब केंद्र में किसानों से चर्चा तो उन्होंने अपनी पीड़ा बताई। रामकैलाश मौर्य निवासी लमतरा ने बताया कि 300 बोरी धान दो दिन लेकर आये हैं। 16 से 27 तक का स्लॉट है, लेकिन अबतक तौल नहीं हुआ। इसी प्रकार मनोज कुमार तिवारी निवासी मतवार पड़रिया ने कहा कि दो दिन से 200 बोरी धान लेकर ठंड में बारी आने का इंतजार कर रहे हैं।
ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में भी खरीदी केंद्रों में भारी अव्यवस्थाएं हैं। परिवहन धीमी गति से हो रहा है, तौल प्रभावित हो रही है। सिकमीनामा वाले किसान हैं, उनकी तौल ऑनलाइन दर्ज नहीं हो रही है। ये किसान खासे परेशान हैं।
बड़वारा तहसील क्षेत्र में चल रही खदी में भी मनमानी बरती जा रही है। यहां पर भी परिवहन का काम धीमा है व किसानों से समय पर तौल नहीं हो रही। यहां पर भी एक किलोग्राम अधिक वजन लिया जा रहा है। क्षेत्र के नन्हवारा सेझा खरीदी केंद्र में बारदाना न होने से किसान तीन दिनों से परेशान हैं। किसान राजाराम पटेल ने बताया कि तीन दिनों से अपनी धान लेकर पहुंचे हैं, लेकिन बारदाना न होने के कारण तौल नहीं हो रही है।
रीठी क्षेत्र के किसान स्लॉट बुक न होने से खासे परेशान हैं। किसानों ने कहा कि खरीदी केंद्र में जब तक हमारी धन तौला नहीं जाती, केंद्र प्रभारी उसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होते। दूसरी सबसे बड़ी परेशानी यह है कि स्लॉट बुक नहीं कर पा रहे हैं। किसानों का कहना है कि रात में 11 या 12 बजे के लगभग 10 मिनट के लिए साइट खुलती है। साई राम वेयरहाउस खरीदी केंद्र देवगांव में विगत तीन दिनों से खरीदी बंद कर दी है, किसान को परेशान किया जा रहा है। केंद्र प्रभारी से पूछा गया तो बंद करने का कारण नहीं बता सके।
बहोरीबंद मुख्यालय स्थित डीएम वेयर हाउस स्थित देवरी खरगंवा खरीदी केंद्र में सर्वेयर द्वारा धान रिजेक्ट करने के बाद अमानक धान की खरीदी की जा रही है। यहां गोदाम स्तरीय खरीदी केंद्र में तैनात समिति सर्वेयर केशव किरार ने बताया कि अमानक धान के ढेर को विगत 16 दिसंबर को रिजेक्ट कर दिया गया था। उसके बावजूद खरीदी प्रभारी द्वारा अमानक धान खरीदी की जा रही है। जिसमें कंकरनुमा पत्थर, धूल और बदरा मिला हुआ है। खरीदी केंद्र के बाहर धान से लोड ट्रेक्टर ट्राली की लाइन लगी हुई है। साथ ही किसानों से 41.200 क्विंटल धान की तुलाई की जा रही है। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के छोटे किसान परेशान नजर आ रहे हैं। वहीं विकासखण्ड मुख्यालय से महज तीन चार किलोमीटर स्थित समिति स्तरीय खरीदी केंद्र कूडन में छोटे किसानों के स्लॉट बुकिंग में देरी हो रही है। कूडऩ खरीदी केंद्र के ग्राम कजरवारा निवासी राम लाल विश्वकर्मा पिता छोटे लाल ने बताया कि उनके स्लॉट बुकिंग 29 से 1 जनवरी 26 निर्धारित की गई है।
- 89 केंद्रों में हो रही समर्थन मूल्य पर धान खरीदी।
- 2369 रुपए प्रति क्विंटल के मान से ली जा रही धान।
- 62588 किसानों ने धान बेचने कराया है पंजीयन।
- 20512 किसानों ने बेची है अबतक धान।
- 177057 मैट्रिक टन हुई है अबतक धान की खरीदी।
- 475000 मैट्रिक टन रखा गया है धान खरीदी का लक्ष्य।
- 20444 मैट्रिक टन शेष है जिलेभर में धान का परिवहन।
- 86652 मैट्रिक टन धान का जारी हुआ है डब्ल्यूएचआर।
- 419.45 करोड़ रुपए में 265.44 करोड़ रुपए है किसानों का बकाया
जिले में धान खरीदी का क्रम जारी है। सभी प्रभारियों को किसानों के लिए पूरे इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि तौल अधिक ली जा रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी। किसानों को किसी भी प्रकार की परेशान न हो, यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
Published on:
20 Dec 2025 04:27 pm
बड़ी खबरें
View Allकटनी
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
