
वादा अधूरा, कर्मचारियों का गुस्सा फूटा! कबीरधाम में 700 कर्मचारी हड़ताल पर, धान खरीदी बहिष्कार का ऐलान(photo-patrika)
कटनी. जबलपुर, बालाघाट सहित अन्य जिलों की तर्ज पर कटनी जिले में भी धान घोटाले की आशंका है। सरकारी धान को खुर्दबुर्द किए जाने, अधिक सूखत बताने, बड़े पैमाने पर शॉर्टेज होने की बात सामने आई है। इस मामले की जांच को लेकर सोमवार को कटनी में इओडब्ल्यू की चार सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची। इओडब्ल्यू डीएसपी लक्ष्मी यादव के नेतृत्व में टीम ने बड़वारा क्षेत्र के नन्हवारा सेझा समिति व सिंघनपुरी समिति सहित अन्य समितियों की जांच की है। खाद्य विभाग से धान खरीदी संबंधी आवश्यक दस्तावेज भी तलब किए हैं। बता कि जिले में व्यापक पैमाने पर धान के शॉर्टेज की खबर सामने आई है। विभाग के आंकड़ों की बात करें तो 246 मेट्रिक टन धान की शॉर्टेज है। गोदामों में भौतिक सत्यापन से भी वास्तविक स्थिति स्पष्ट होगी।
जानकारी के अनुसार इओडब्ल्यू की टीम दोपहर में कटनी पहुंची। खाद्य विभाग कार्यालय पहुंचकर विभाग के अधिकारियों से खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में की गई धान खरीदी के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान समिति प्रबंधकों व समस्त स्टॉफ की जानकारी जुटाई। टीम ने कुल उपार्जन केंद्रों द्वारा उपार्जित की गई धान की मात्रा, परिवहन की मात्रा, भंडारण की मात्रा, स्वीकृति की मात्रा, क्रय की गई धान का भंडारण कहां-कहां पर किया गया है, किस मिलर्स को अबतक कितन धान मिलिंग के लिए दी गई है। इसकी जानकारी जुटाने के बाद जांच के लिए निकल पड़ी। बताया जा रहा है कि 58 लाख रुपए से अधिक धान की गड़बड़ी की जांच की जा रही है।
इओडब्ल्यू ने यहां की जांच
इओडब्ल्यू डीएसपी लक्ष्मी यादव के नेतृत्व में 4 सदस्यीय टीम बड़वारा क्षेत्र के नन्हवारा सेझा सहकारी समिति पहुंचीं। यहां पर खरीदी व शॉर्टेज के संबंध में जांच की गई। इसके बाद सिंघनपुरी समिति में शॉर्टेज की जांच की गई। बताया जा रहा है कि नन्हवारा सेझा में लगभग 5 क्विंटल 73 क्विंटल की शॉर्टेज व सिंघनुपरी समिति में 683 क्विंटल शॉर्टेज की शॉर्टेज है। अन्य समितियों में भी जांच किए जाने की खबर है। दस्तावेजों की जांच इओडब्ल्यू द्वारा की गई है।
जिले में यह रही है धान खरीदी
बता दें कि जिले में इस साल किसानों से समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए 89 केंद्र बनाए गए थे। सरकार को धान बेचने के लिए जिले के 53 हजार 193 किसानों ने पंजीयन कराया था। 49 हजार 828 किसानों ने उपज बेची है। सरकार द्वारा 4 लाख 11 हजार 837 मेट्रिक टन धान खरीदी गई है, जबकि 2024-25 में 3 लाख 97 हजार 864 एमटी धान 44 हजार 61 किसानों से खरीदी गई थी। इस साल 103.51 प्रतिशत धान की खरीदी हुई है।
गोदाम व समिति स्तरीय यह रहा परिवहन व भंडारण
जिले में 17 केंद्र गोदाम स्तरीय बनाए गए थे। इसमें से 73 हजार 88 एमटी धान खरीदी गई। 100 प्रतिशत भंडारण भी हो गया है। समिति स्थित परिवहन व भंडारण की स्थति में 72 केंद्रों में हुई 3 लाख 38 हजार 749 मेट्रिक टन धान में से 100 प्रतिशत भंडारण किया जाना जिले के अफसर बता रहे हैं।
खास-खास:
वर्जन
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर कटनी जिले में धान के शॉर्टेज सहित अन्य मामलों की जांच की जा रही है। सिंघनपुरी व सेझा नन्हवारा समिति में जांच कर दस्तावेज लिए गए हैं। प्रबंधक व कर्मचारियों से पूछताछ की गई है। जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी जाएगी।
लक्ष्मी यादव, डीएसपी इओडब्ल्यू।
Published on:
11 Mar 2025 09:53 pm
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