
केंद्रीय कैबिनेट से तीन माह पूर्व कटनी जिले में तीसरे केंद्रीय विद्यालय की अनुमति मिलने के बाद विद्यालय का संचालन किया जाना है। यहां पहले से स्थित दो केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है लेकिन तीसरे विद्यालय के लिए अफसर अबतक उपयुक्त भवन नहीं तलाश सके हैं। इसके कारण यहां प्रवेश प्रक्रिया ठप पड़ी है। नया शिक्षण सत्र शुरू होने के कुछ दिनों पहले आनन-फानन में अफसरों विद्यालय के लिए गल्र्स कॉलेज के पुराने जर्जर भवन को चिन्हित कर दिया। केंद्रीय विद्यालय संगठन की टीम ने भवन का निरीक्षण किया तो ढेरों खामियां मिलीं। अफसरों ने दावा किया कि इन खामियों को दूर कर दिया जाएगा लेकिन अबतक ऐसा नहीं हुआ। अफसरों की लापरवाही व लेटलतीफी से नये केंद्रीय विद्यालय का संचालन मुश्किल में पड़ गया है। विदित हो कि केंद्रीय कैबिनेट ने देशभर में 85 नये केंद्रीय विद्यालयों को दिसंबर 2024 में स्वीकृति दी थी, जिसमें जिले में केंद्रीय विद्यालय झिंझरी की स्वीकृति भी दी गई थी। स्वीकृति मिलने के बाद झिंझरी में केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा प्रशासन से करीब 2 हेक्टेयर भूमि के आवंटन की मांग की गई है लेकिन अबतक यहां भूमि का आवंटन भी नहीं हो सका है।
जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा नये केंद्रीय विद्यालय के लिए चिन्हित किए गए गल्र्स कॉलेज के पुराने भवन में ढेरों खामियां है, जिसके कारण विद्यालय संचालन अटक गया है। जानकारी के अनुसार इस भवन में कक्षाओं के लिए सिर्फ 10 कमरें ही उपयुक्त पाए गए हैं। जबकि भवन में स्थित शौचालय व प्रसाधन कक्ष पूरी तरह से जीर्णशीर्ण व क्षतिग्रस्त है और अधिकांश कमरे असुरक्षित हैं। दीवार, खिडक़ी और दरवाजे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसके अलावा विद्यालय संचालन के लिए इस भवन का सुरक्षा प्रमाणपत्र होना जरूरी है।
जानकारी के अनुसार केंद्रीय विद्यालय झिंझरी के लिए प्रवेश की प्रक्रिया शिक्षण सत्र 2025-26 में शुरू की जानी है। नये विद्यालय में पहले कक्षा एक से पांचवीं तक प्रवेश दिए जाने का प्रावधान है। प्रति कक्षा में 40 सीटें होंगी, जिसमें करीब 200 बच्चों को प्रवेश मिल सकेगा लेकिन अबतक प्रवेश प्रक्रिया शुरू न होने से संभावित 200 बच्चे इस सुविधा से वंचित होते नजर आ रहे है।
पंकज जैन, प्राचार्य, पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय एनकेजे का कहना है केंद्रीय विद्यालय झिंझरी का संचालन इसी सत्र से होना है। अस्थायी रूप से गल्र्स कॉलेज का पुराना भवन आवंटित किया जा रहा है। भवन में व्याप्त कमियों व खामियों को लेकर प्रशासनिक अफसरों को अवगत कराया गया है। सभी कमियों को दूर करने के बाद निर्धारित मानकों के अनुसार विद्यालय का संचालन शुरू किया जाएगा। यह बात सही है कि प्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। प्रशासन से उपयुक्त भवन मिलने, जमीन का आवंटन होने व सुरक्षा प्रमाणपत्र जारी किए जाने के बाद ही प्रक्रिया शुरू होगी।
Published on:
30 Mar 2025 04:34 pm
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