कटनी के उमड़ेर और उमरार नदी में पानी के अंदर से जेसीबी लगाकर निकाली जा रही रेत
कटनी. कोरोना कफ्र्यू के दौरान गांव से लेकर शहर तक प्रशासन और आमजन कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे की जद्दोजहद में लगे हैं। इस बीच रेत खनन में ठेकेदार द्वारा खुलेआम मनमानी की तस्वीरें ग्रामीणों ने गुरुवार को सोशल मीडिया में वायरल की। बताया कि रेत खनन करने वाली ठेका कंपनी विष्टा के लोगों ने नियमों को ताक पर रख दिया है। पानी के अंदर जेसीबी लगाकर रेत खनन कर रहे हैं।
यह है एनजीटी की गाइडलाइन
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने पानी के अंदर से रेत खनन पर प्रतिबंध लगाया है। जिससे नदियों का इकोसिस्टम बना रहे और पानी के अंदर जीव-जंतुओं का विकास प्रभावित नहीं हो। ग्रामीणों ने बताया कि कटनी जिले के अलग-अलग रेत घाट में खनन के दौरान एनजीटी के इस नियम का पालन नहीं हो रहा है।
रात भर मनमाना खनन
बड़वारा थानाक्षेत्र के उमड़ेर नदी स्थित लोहरवारा घाट में रात भर नदियों से रेत निकाली जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि रेत ठेका कंपनी के कर्मचारी प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का खुलेआम उलंघन कर रहे हैं। फिर भी विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
पानी के अंदर खनन
उमड़ेर नदी स्थित इमलिया घाट में पानी के अंदर से रेत खनन की तस्वीरें गुरूवार सुबह 10 बजे की है। समीपी रहवासियों ने बताया कि खनिज और प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों को कई बार सूचना दिए जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। खनन में मनमानी कोरोना काल में बढ़ गई है।
एक साथ दो जेसीबी लगाकर खनन
बरही थानाक्षेत्र के सुतरी गांव के समीप उमरार नदी स्थित इमलिया घाट में एक साथ दो से ज्यादा जेसीबी मशीन लगाकर रेत खनन की तस्वीरें ग्रामीणों ने सोशल मीडिया में वायरल कर बताया कि विष्टा कंपनी की मनमानी से नदी में पानी का बहाव रुक गया है। निस्तार लायक नहीं रह गया है।
प्रभारी खनिज अधिकारी संतोष सिंह ने कहा कि हमारे कुछ निरीक्षक कोविड-19 पॉजिटिव हो गए। इलाज ले रहे हैं। खनन में नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो जांच कर कार्रवाई करेंगे। पीसीबी क्षेत्रीय अधिकारी एसपी झा ने बताया कि नदी में पानी के अंदर से रेत खनन की अनुमति प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने नहीं दी है। अगर ऐसा हो रहा है तो कार्रवाई करेंगे।