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नेशनल हाइवे कटनी-चांडिल 43, पूरी सड़क बनी नहीं और 7 सौ पैनल खराब

एनएचएआइ ने खराब पैनल सुधार के बाद ही एमपीआरडीसी से सड़क लेने की कही बात, बड़ी मात्रा में पैनल खराब होने के बाद सवालों में एमपीआरडीसी की देखरेख में सड़क का निर्माण.

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नेशनल हाइवे 43 कटनी-चांडिल.

कटनी. राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 कटनी-चांडिल सड़क निर्माण में गुणवत्ता मानकों की अनदेखी का बड़ा मामला सामने आया है। कटनी से उमरिया और आगे शहडोल के बीच पूरी सड़क बनी भी नहीं है और करीब 7 सौ से ज्यादा पैनल खराब हो गए हैं। सड़क में इतनी बड़ी संख्या में पैनल खराब होने के बाद मध्यप्रदेश सड़क विकास प्राधिकरण (एमपीआरडीसी) में हड़कंप मचा है। खासबात यह है कि सड़क का निर्माण हो जाने के बाद इसे नेशनल हाइवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) के हैंडओवर करनी थी।

जानकर ताज्जुब होगा कि कुछ माह पहले सड़क सौंपने की प्रक्रिया के दौरान एनएचएआइ के अधिकारियों ने सड़क का निरीक्षण किया और 7 सौ से ज्यादा पैनल खराब होने के बाद लेने से मना कर दिया। सड़क सुधार करवाने के बाद ही सड़क को एनएचएआइ के अधीन लेने की बात कही।

इस बारे में मध्यप्रदेश रोड डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन के महाप्रबंधक डीके स्वर्णकार बताते हैं कि एनएचएआइ को सड़क हैंडओवर करने की प्रक्रिया मेरे आने से पहले चल रही थी। प्रक्रिया फिलहाल लमतरा ब्रिज का हिस्सा धसक जाने के कारण रुकी है। निर्माण पूरा हो जाने के बाद अगर खराब पैनल की बात आती है तो सुधार करवाकर एनएचएआइ के हैंडओवर करने की प्रक्रिया पर आगे बढ़ेंगे।

क्या है पैनल
हाईवे सड़क निर्माण में नई तकनीक का उपयोग कर अब पांच मीटर लंबाई और साढ़े 4 मीटर चौड़ाई के अलग-अलग हिस्से में सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सड़क का यही टुकड़ा पैनल कहलाता है। हालांकि एक पैनल से दूसरे पैनल के अंतर नहीं होता है, ऐसा निर्माण इसलिए किया जाता है कि कभी खराब होने के बाद पूरी सड़क की मरम्मत के बजाए पैनल ही बदल दिया जाए या मरम्मत किया जाए।

अंडरपाथ निर्माण में भी गड़बड़ी
- एनएच-43 निर्माण में कटनी से बड़वारा के बीच बने अंडरपाथ में समस्या है।
- उमरिया में बने अंडरपाथ में तकनीकी खराबी है, जिसे लेकर एनएचएआइ के अधिकारी आपत्ति दर्ज करवा चुके हैं।

लमतरा ओवरब्रिज निर्माण में वैकल्पिक मार्ग के खस्ताहाल पर अपर कलेक्टर ने एमपीआरडीसी जीएम को जारी किया नोटिस - लमतरा ओवरब्रिज निर्माण के दौरान के वैकल्पिक मार्ग के खस्ताहाल होने से आवागमन में परेशानी पर अपर कलेक्टर ने एमपीआरडीसी को नोटिस जारी किया है। क्षतिग्रस्त लमतरा रेलवे ओव्हर ब्रिज की मरम्मत कराने का आदेश दिया है। अपर कलेक्टर ने आदेश दिए हैं कि वर्षा ऋतु के पूर्व क्षतिग्रस्त ओव्हर ब्रिज का निर्माण व मरमत कार्य पूरा कराया जाए ताकि कोई दुर्घटना न हो। आदेश की अवहेलना करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। आदेश में यह भी कहा गया है कि ओव्हर ब्रिज के निर्माण के दौरान बनाए गए वैकल्पिक मार्ग के जर्जर होने से प्रभावित हो रहे यातायात को देखते हुए वैकल्पिक मार्ग का भी तत्काल मरमत कार्य कराई जाए। बतादें कि लमतरा फाटक ओव्हर ब्रिज 21 जुलाई 2021 की रात्रि को क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे दुर्घटना की आशंका बन गई थी।

अप्रैल तक पूरा हो जाएगा लमतरा रेल ओवर ब्रिज का काम - एमपीआरडीसी के महाप्रंधक डीके स्वर्णकार ने बताया कि ब्रिज मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है। अप्रैल माह तक पूरा कर लिया जाएगा। इस बीच वैकल्पिक मार्ग में आवागमन के दौरान परेशानी को लेकर अपर कलेक्टर का पत्र मिला है। इस संबंध में ठेकेदार को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द मरम्मत कार्य करवाई जाए।