17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जमीन में झूल रही ‘मौत”, जनप्रतिनिधि व जिम्मेदार ‘मौन”

लो-वोल्टेज की भी गंभीर समस्या, इंदिरागांधी वार्ड के बालाजी नगर में गंभीर मनमानी, कई हादसों के बाद नहीं चेत रहे जिम्मेदार, कॉलोनी के हजारों लोग परेशान

2 min read
Google source verification

कटनी

image

Balmeek Pandey

May 28, 2023

जमीन में झूल रही 'मौत

जमीन में झूल रही 'मौत

कटनी. सड़क के ऊपर जमीन को छूकर दौड़ रही करंट वाली तारें, बस्ती के मुख्य मार्ग में जुगाड़ वाले लटकते बिजली के खंबे व बांस-बल्ली, कभी भी इनके सड़क पर गिर जाने का डर, आए दिन हो रहे हादसों का भय...। यह नजारा है शहर के इंदिरा गांधी वार्ड स्थिति बालाजी नगर का। जहां पर हजारों वाशिंदे मूलभूत सुविधाएं न होने का दंश झेल रहे हैं। अवैध कॉलोनी बताकर यहां सड़क नाली निर्माण नहीं किया गया, तो वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग ने टीसी कनेक्शन दे दिए, कई घरों में मीटर लगा दिया गया, लेकिन विद्युत पोल और ट्रांसफार्मर की व्यवस्था नहीं की गई। इसका खामियाजा के हजारों रहवासी भुगतने को विवश हैं।
क्षेत्रीय निवासी कंछेदी रैकवार, अभिषेक कुशवाहा, वैभव रैकवार, वीरू चौबे, चंचल अग्रवाल, अनिल गोयल, आरके त्रिपाठी आदि ने बताया कि दो दशक से अधिक समय से कॉलोनी में समस्या है। पूर्व में कई बार चुनाव के बहिष्कार का भी ऐलान किया गया। सड़क में प्रदर्शन किया गया। नेता व अफसरों ने शीघ्र सड़क, नाली बनवाने सहित विद्युतीकरण कराने का आश्वासन दिया, लेकिन समस्या आज भी जस की तस है।

मार्च में कॉलोनी वैध, फिर भी नहीं शुरू हुआ काम
क्षेत्रीय पार्षद ओमप्रकाश सोनी ने बताया कि मार्च माह में कॉलोनी के वैधीकरण की प्रक्रिया नगर निगम ने अपना ली है। विद्युतीकरण कराने के लिए ठेकेदार गणेश त्रिपाठी को काम मिला है, लेकिन अभी तक यहां पर बिजली की व्यवस्था नहीं हुई। लोग जुगाड़ से काम चला रहे हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। पूर्व में जीडी गुरू सहित कई लोगों को करंट लग चुका है। मवेशी व श्वान आए दिन तारों में फंसकर करंट लगने का शिकार हो रहे हैं, बावजूद इसके विद्युतीकरण नहीं शुरू हुआ है। एक किलोमीटर से अधिक दूरी तक लोगों ने तार खींची है, जिससे वोल्टेज की भी समस्या बनी रहती है।

लोगों ने बयां की पीड़ा
मैं कई वर्षों से बालाजी नगर में रह रहा हूं, लेकिन समस्या हल होने का नाम नहीं ले रही। बस्ती के हजारों लोग हर दिन परेशान रहते हैं। हादसे होते हैं। बारिश में तो एकदम स्थिति भयावह हो जाती है, बावजूद इसके नगर निगम व बिजली विभाग ध्यान नहीं दे रही।
डॉ. तुषार सिंह, स्थानीय निवासी।

पहले कॉलोनी अवैध बताकर क्षेत्र में विकास नहीं किया गया, लेकिन अब वैध होने के बाद भी गंभीरता से मूलभूत सुविधाओं के बिस्तार के लिए प्रयास नहीं किए जा रहे। बारिश का सीजन शुरू हो जाएगा तो लोगों की परेशानी और भी बढ़ जाएगी।
नीरज दुबे, स्थानीय निवासी।

खंभो से लेकर जमीन तक तारों का मकडज़ाल फैला हुआ है। आए दिन हादसे हो रहे हैं। मवेशी, श्वान मर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे। क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या रहती है। लगातार मांग के बाद भी जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा।
रूपेश पहारिया, स्थानीय निवासी।

चुनाव का समय आता है तो खूब विकास के वादे और दावे किए जाते हैं, लेकिन बाद में कोई झांकने तक नहीं आता। क्षेत्रीय पार्षद लगातार मांग उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक बिजली पोल नहीं लग रहे। सड़क और नालियों का निर्माण भी शुरू नहीं हुआ।
अमित बरसैंया, स्थानीय निवासी।

वर्जन
91 कॉलोनियों के वैधीकरण की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। 76 कॉलोनियां वैध हो गई हैं। प्रकाशन भी हो गया है। शीघ्र ही कॉलोनियों में विद्युतीकरण, सड़क, नाली निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों के लिए आवश्यक पहल की जाएगी।
सत्येंद्र धाकरे, आयुक्त नगर निगम।