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प्रतिदिन औसत 80 से 85 ट्रेनें
कटनी से मानिकपुर लाइन में प्रतिदिन 80 से 85 यात्री ट्रेनों का आवागमन होता है। बिलासपुर, जबलपुर और बीना की ओर से आने वाली ट्रेन का मुड़वारा और मुख्य रेलवे स्टेशन में इलेक्ट्रिक डीजल को बदलकर मानिकपुर भेजा जा रहा है। अब सिर्फ इलेक्ट्रिक पॉवर के साथ यात्री ट्रेन को डीजल पॉवर मानिकपुर की बजाय सतना तक छोड़कर आएगा और वहां से जो यात्री ट्रेन आ रही होगी कटनी तक लेकर आएगा।
प्रतिदिन होगी 51 लाख रुपए के डीजल की बचत
जैसे ही सतना से मानिकपुर तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें दौडऩे लगेगी उस दिन से 80 ट्रेनों के मान से प्रतिदिन रेलवे को 51 लाख 36 हजार 640 रुपये के डीजल की बचत होगी। उल्लेखनीय है कि यात्री ट्रेनों में 1 किलोमीटर में लगभग 6 लीटर डीजल की खपत होती है। 77 किलोमीटर के डीजल की बचत होगी। ऐसे में 462 लीटर एक ट्रेन में डीजल की बचत होगी। 1 दिन में 32104 लीटर का खर्च बंद हो जाएगा और 30 अगस्त के अनुसार 69 रुपये 49 पैसे प्रति लीटर डीजल के मान से रेलवे को मानिकपुर से सतना तक 80 ट्रेनों के 1 फेरे में 25 लाख 68 हजार 320 रुपये की दोनों फेरी में में 51 लाख 36 हजार 640 रुपये के डीजल की बचत होगी।
इनका कहना है
रीवा-अनंत बिहार एक्सप्रेस से इलेक्ट्रिक इंजन की टेस्टिंग ली गई है। सफलतापूर्वक सतना से मानिकपुर तक ट्रेन को चलाया गया है। इसे नियमित कर दिया गया है। कटनी से सतना तक डीजल इंजन ट्रेन लेकर जाएं और फिर वहां से इलेक्ट्रिक इंजन चलाया जाए, इसके लिए शीघ्र पहल शुरू की जाएगी।
डॉ. मनोज सिंह, डीआरएम।