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जब वैष्णव जन ते तेरे कहिए जे गीत से गूंजा परिसर…

गांधी ने कहा था, नाटक का संप्रेषणा नाट्य मंच के कलाकारों ने किया मंचन

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कटनी

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Mukesh Tiwari

Mar 14, 2020

The actors staged the play

मंच में नाटक का मंचन करते कलाकार।

कटनी. महात्मा गांधी की 150वी जयंती पर मप्र शासन, संस्कृति विभाग के स्वराज संस्थान संचालनालय ने भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ आयुध निर्माणी के सहयोग से ओएफके कम्युनिटी हॉल के रामलीला पंडाल में कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में दीपशिखा महिला कल्याण समिति की अध्यक्ष ममता मुंघाट, महाप्रबंधक वीपी मुंघाटे रहे। कार्यक्रम की शुरुआत गायिका आकृति मेहरा व उनके साथियों ने राष्ट्रपिता के प्रिय भजन वैष्णव जन ते तेरे कहिए जे... से की। लोगों ने तालियों के साथ गायकों का उत्साह बढ़ाया। वहीं दूसरे चरण में संप्रेषणा नाट्य मंच के कलाकारों ने रंगकर्मी सादात भारती व लेखक राजेश कुमार के नाटक गांधी ने कहा था का मंचन किया गया। नाटक हिंदुस्तान व पाकिस्तान के बंटवारे पर आधारित था। दंगों के बाद गांधी जी के कहने पर तारकेश्वर नामक व्यक्ति एक मुस्लिम बालक को गोद लेकर पालता है। सामाजिक व धार्मिक विरोध के बीच वह बच्चे की परवरिश करता है और उसके बाद वह बालक बड़ा होकर एक आतंकी संगठन से जुड़ता है।

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एक घटना के बाद युवक वापस गांधी जी के विचारों को सत्य साबित कर घर लौटता है। नाटक में मुख्य किरदार योगेश तिवारी, केएल राव, जोधाराम जयसिंघानी, अतुल वर्मा, नेहा केवट, अनुज मिश्रा, आदित्य गोस्वामी, प्रहलाद रजक, दीपक केवट, सतीश अहिरवार, शिवानी अहिरवार, शिव कुमार, विवेक, ज्योति सिंह, अंकित, गौरव, ऋषि ने निभाया। वहीं संगीत गणेश माथुर ने दिया। अनुज मिश्रा, सतीश अहिरवार ने लोगों को नाट्य मंच से जोड़ा।