21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

तीन माह से गांव का बंद ट्रांसफार्मर, गुस्साए सैकड़ों ग्रामीण उखाड़कर लेकर पहुंचे कलेक्ट्रेट

कृषि फीडर के 10 ट्रांसफार्मर कई माह से जले, जमकर की नारेबाजी, समस्या समाधान न होने पर चक्काजाम व उग्र प्रदर्शन व चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी

2 min read
Google source verification

कटनी

image

Balmeek Pandey

Aug 24, 2023

तीन माह से गांव का बंद ट्रांसफार्मर, गुस्साए सैकड़ों ग्रामीण उखाड़कर लेकर पहुंचे कलेक्ट्रेट

तीन माह से गांव का बंद ट्रांसफार्मर, गुस्साए सैकड़ों ग्रामीण उखाड़कर लेकर पहुंचे कलेक्ट्रेट

कटनी. शहर से लेकर गांव तक बिजली की समस्या भयावह हो चली है। गांव-गांव कृषि फीडर के ट्रांसफार्मर जले पड़े हैं या फिर लाइन कटी है, जिससे किसानों के सामने गंभीर समस्या निर्मित हो रही है। विभाग से लेकर जिले के मुखिया द्वारा हर दिन समीक्षा का भी दावा किया जा रहा है, बावजूद इसके ग्रामीण चुनावी वर्ष में बिजली को लेकर खासे परेशान हैं। मंगलवार को कलेक्ट्रेट में अजीब मामला सामने आया। तीन माह से गांव का ट्रांसफार्मर बंद होने व कृषि फीडर के 10 ट्रांसफार्मर जले होने से गुस्साए पौनिया के सैकड़ों लोग ट्रांसफार्मर उखाड़कर ट्रैक्टर में लोडकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और अधिकारियों को फरियाद सुनाई।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत पौनिया के सरपंच सुनील यादव के साथ दो सैकड़ा से अधिक महिला व पुरुष ट्रैक्टर में ट्रांसफार्मर लोडकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। बताया कि ग्राम पौनिया में लगभग तीन माह से बिजली बंद है। कृषि फीडर के 10 ट्रांसफार्मर जले पड़े हैं। समस्त किसान विद्युत मंडल स्लीमनाबाद के जेई एवं डीइ को अनेकों बार समस्या बात चुके हैं, आवेदन दे चुके हैं। उनके द्वारा कहा जाता है कि पहले 20 हजार रुपए जमा करो तभी ट्रांसफार्मर के बारे में सोचेंगे। सोमवार को गांव से ट्रांसफार्मर भी मंगवा लिए, लेकिन उसमें ऑयल डलवाने की शर्त रख दी। गांव में अंधेरा छाने व कृषि कार्य प्रभावित होने से ग्रामीण खासे परेशान हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। चेतावनी दी कि शीघ्र ही समस्या का समाधान नहीं होता तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार तक की धमकी दे डाली। किसानों ने कहा कि ट्रांसफार्मर और पानी नहीं तो आगामी विधानसभा चुनाव में वोट नहीं डालेंगे।

गरीबों की नहीं हो रही सुनवाई
ग्रामीण रामविशाल पाठक ने कहा कि बिजली बंद होने से ग्राम में बीमारियों मलेरिया आदि का प्रकोप बढ़ रहा है। आरोप लगाया कि आवेदन लेकर जेई कार्यायल जाते हैं तो जेई व एई द्वारा 20-20 हजार रुपए की मांग की जाती है। यह समस्या जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को अवगत करा रहे हैं। भोलाराम भूमिया ने कहा कि तीन माह से गांव में बिजली बंद रहने का दंश झेल रहे हैं। कहा कि ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे। स्लमीनबाद व तेवरी कार्यालय से भगाया जा रहा है। बिजली विभाग की तानाशाही से ग्रामीण परेशान हैं।

वर्जन
पौनिया गांव डिफाल्टर की सूची में है। लोग समय पर बिलों का भुगतान नहीं कर रहे हैं। कलेक्टर के निर्देश पर बुधवार को गांव में कैंप लगाया जाएगा। जेई, लाइन स्टॉफ लोगों से भुगतान कराएंगे। भुगतान के बाद समस्या का समाधान किया जाएगा।
श्रीराम पांडेय, अधीक्षण यंत्री।

वर्जन
ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर समस्या बताई है। उनके आवेदन के अनुसार बिजली विभाग के अधिकारियों से जांच प्रतिवेदन मंगाया है। समस्या समाधान कराने के निर्देश दिए हैं। जांच रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अवि प्रसाद, कलेक्टर।