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राजकीय पॉलीटेक्निक कालेज के छात्रावास में नारकीय जीवन जी रहे छात्र-छात्राएं-छात्रावास, प्राचार्य ने कहा ऑल इज़ वेल

बिजली, पानी व दूसरी मूलभूत सुविधाओं का भी टोटा

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राजकीय पॉलीटेक्निक कालेज के छात्रावास में नारकीय जीवन जी रहे छात्र-छात्राएं-छात्रावास, प्राचार्य ने कहा ऑल इज़ वेल

राजकीय पॉलीटेक्निक कालेज के छात्रावास में नारकीय जीवन जी रहे छात्र-छात्राएं-छात्रावास, प्राचार्य ने कहा ऑल इज़ वेल

कौशाम्बी. जिले में राजकीय पॉलिटेक्निक छात्रावास में रह रहे अंतःवासी छात्र-छात्राए नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। प्रदेश सरकार भले ही सुविधाओं के नाम पर अपने खजाने से हर साल करोड़ो रूपये खर्च करती हो लेकिन कौशाम्बी के इस छात्रावास में हालात ऐसे है कि चारो तरफ फैली भीषण गंदगी, बिजली और पानी की घोर समस्याओं से छात्र-छात्राएं जूझ रहे है । कालेज प्रशासन के रवैये से नाराज छात्रावास के छात्र-छात्राओं ने बुधवार को जमकर हंगामा काटा।


कौशाम्बी के टेंवा गांव में स्थित महात्मा ज्योतिबाफूले राजकीय पॉलिटेक्निक छात्रावास में बुधवार को छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा काटा। अन्तःवासी छात्र- छात्राओं का आरोप है कि सरकारी सुविधा शुल्क जमा किये जाने के बाद भी उन्हें छात्रावास में जरूरत की सुविधाएं नसीब नहीं होती। पिछले दो माह से बिना बिजली के छात्र-छात्राएं कैंडल जलाकर पढ़ाई करने पर मजबूर है। इतना ही नहीं छात्रावास में लगा हैण्डपम्प भी खराब है।


ऐसे में उन्हें छात्रवास से पांच सौ मीटर दूरी जाकर अपनी प्यास बुझानी पड़ती है । छात्रावास में चारो तरफ फैली भीषण गंदगी के चलते आये दिन लोग बीमार हो रहे है । यहाँ तक कि उपयोग में लाने वाले राशन में कीड़े चल रहे है। छात्रावास के छात्र-छात्राओं का तो यह भी आरोप है कि छात्रावास में देर शाम शराबियों का भी जमावड़ा लगता है, जो खुलेआम शराब और बियर का सेवन कर छात्रावास में जमकर उत्पात मचाते है । ऐसे में महिला छात्रावास की छात्राएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती है।


उनका यह भी कहना है कि जब वह अपनी मांगों को लेकर प्रिंसिपल के तानाशाही का विरोध करते है तो उन्हें छात्रावास से नाम काट कर निकालने की धमकी दी जाती है । ऐसा भी नहीं कि इस पूरे मामले की खबर जिले के जिम्मेदारों को नही है। उन्हें भी छात्राओं द्वारा फोन कर समय-समय अवगत कराया जाता है, लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है । छात्र-छात्राओं ने मीडिया के सामने अपना दुखड़ा सुनाते हुए उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई है। वहीं कॉलेज के प्राचार्य लाल सिंह का कहना है शासन की ओर से मिलने वाली सभी सुविधाएं छात्रों को दी जा रही है। उनके सभी आरोप बेबुनियाद हैं।


By- शिवनंदन साहू