व्यवस्थापक के बेटे की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। नमो मंदिर में प्रधानमंत्री की मूर्ति 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान स्थापित की गई थी। सराय अकिल थाना के भगवानपुर गांव में नरेंद्र मोदी समर्थक बृजेन्द्र नारायण मिश्रा ने 2014 लोकससभा चुनाव के दौरान उनके नाम का मंदिर बना उसमें मूर्ति स्थापित कराया था, उसी समय मंदिर का नाम नमो रखा गया था।
लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद नमो मंदिर चर्चा में आया तो यहां मोदी समर्थक तमाम लोग पहुंचने लगे| देश भर मे मोदी की बढ़ती लोकप्रियता के जहां लाखों समर्थक है वही कुछ लोग खफा भी है| भगवानपुर गांव मे ही कुछ ऐसे लोग है जो मोदी से खफा है। ऐसे ही लोगों ने कुछ समय पहले मंदिर मे घुसकर मोदी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया था।
गुरूवार को फिर से आधा दर्जन अराजक तत्वों ने मंदिर की दीवार फांद अंदर घुस गए और मोदी की मूर्ति को तोड़ने का प्रयास करना शुरू कर दिया। इस दौरान आवाज सुनकर मंदिर के व्यवस्थापक बृजेन्द्र नारायण के बेटे आलोक मिश्रा वहां पहुंच गए| आलोक को देख मोदी की मूर्ति तोड़ रहे अराजक तत्व तमंचा दिखते हुये भाग निकले| आलोक ने शोर मचाकर आस पास के लोगों को इकट्ठा कर लिया| आलोक की तहरीर पर पुलिस ने आधा दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है| मामले मे सीओ चायल एस एस ग्रोवर का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है| पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है जो भी ततथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
BY- Shiv nandan Sahu