
दल्लू बैगा के परिजन ( Photo - Patrika )
CG News: कवर्धा जिले के वनांचल के ग्रामीण परिवारों का पलायन करने का सिलसिला लगातार जारी है। रोजी रोटी के लिए गरीब परिवार दूसरे राज्य पालन कर रहे हैं। ताकि अपने परिवार का पेट भर सके। बोरियों में सामान और बैग लिए कई दर्जन लोग परिवार के साथ दूसरे राज्य जा रहे हैं। यहीं कारण है कि वनांचल में ठेकेदार भी सक्रिय हो चुके हैं, जो इन लोगों को काम देने के नाम पर दूसरे राज्य ले जा रहे हैं। एक बार चले गए तो वापस लौटने की कोई गारंटी नहीं है। कुछ ऐसा ही मामला वनांचल ग्राम ताईतिरनी से सामने आया है।
वनांचल ग्राम ताईतिरनी (दमगढ़) निवासी दल्लू बैगा पिता चरनू बैगा ठेकेदार के झांसे में आकर रोजी रोटी के लिए दूसरे प्रांत चले गए। ठेकेदार बैगा युवक को मजदूरी कराने कलकत्ता ले गया था, वहां से भटक कर वह सिमवर्ती बांग्ला देश बॉर्डर तक जा पहुंचा, जिसे बीएसएफ अधिकारी पकड़े हैं। परिजनों की माने तो लेकिन दल्लू बैगा पिछले दो माह से लापता है।
अचानक 7 जून को कलकत्ता से बीएसएफ अधिकारी का फोन पुराने ठेकेदार के पास आया कि दल्लू बैगा नाम का व्यक्ति बांग्लादेश बॉर्डर में पकड़ा गया है, जो वृद्धाश्रम में है, लेकिन ठेकेदार ने इसकी सूचना परिजन को नहीं दिया। परिजनों को किसी दूसरे लोग से जानकारी मिली। इसके बाद गांव के सरपंच ने बात किया तो बीएसएफ के अधिकारी बोले आकर ले जाओ। लेकिन तीन दिन से कोई ध्यान नहीं दिया।
सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद सोमवार को परिजन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। इसके बाद पुलिस कुई के संजू भास्कर (ठेकेदार) को बुलाकर पूछा तो वह गुम हुए दल्लू बैगा को लाने की हामी भरी है, जिस वापस लाने के लिए पुलिस मौका दिया है। इधर दल्लू बैगा के परिवार के लोग का कहना है कुई में पंडित के यहां काम करता था। कोलकता कब चला गया इसकी जानकारी नहीं है।
Updated on:
10 Jun 2025 02:33 pm
Published on:
10 Jun 2025 02:32 pm
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