हड़ताल पर गए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। इससे संघ में खलबली मची हुई है। वहीं शासन से हड़ताल के दौरान किसी प्रकार की चर्चा नहीं हुई। इसके कारण कार्यकर्ता व सहायिका असमंजस्य में थे। हड़ताल से बच्चों सहित कई कामकाज प्रभावित हो रहे थे। इसके कारण शासन के निर्देश पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर प्रशासन कार्रवाई करना प्रारंभ दी है।
कवर्धा जनपद पंचायत सीईओ ने 10 कार्यकर्ता, लोहारा जनपद ने 11, पंडरिया जनपद ने 10, बोड़ला जनपद ने 25 और पंडरिया नगर पंचायत सीएमओ ने दो कार्यकर्ताओं को बर्खास्त किए हैं। कार्यकर्ता व सहायिकाओं के हड़ताल में चले जाने से आंगनबाड़ी केंद्र नहीं खुल रही थी। इससे काफी परेशानी हो रही थी।
वहीं चिल्फी सेक्टर के सभी कार्यकर्ता व सहायिकाएं वापस हो चुके हैं। जिले भर में कार्रवाई के डर से अब हड़ताल खत्म करने के मूड में दिख रहे हैं। 5 मार्च से हड़ताल कर रहे कार्यकर्ताओं से विभाग को काफी नुकसान हुआ है। इधर सरकार के तरह से कार्यकर्ता से चर्चा करने कोई पहल नहीं किया गया। इससे कार्यकर्ता सरकार के काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी एलआर कच्छप ने कहा कि अब तक जनपद व नगरीय प्रशासन द्वारा 58 कार्यकर्ताओं को बर्खास्त किए जाने की जानकारी मिली है। चिल्फी सेक्टर में सभी वापस होने की जानकारी मिल रही है। वहीं कवर्धा पालिका अंतर्गत 45 कार्यकर्ता व सहायिका वापस हो चुके हैं।