
Chhattisgarh School: शासकीय विद्यालयों की दशा में बेहद सुधार की आवश्यकता है। मुख्य रुप से शिक्षक-शिक्षिकाओं की पूर्ति। कबीरधाम जिले में दो प्राथमिक स्कूल ऐसे भी हैं जो शिक्षकविहीन हैं। जी हां, कवर्धा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बिजई और जैतपुरी प्राथमिक विद्यालय में एक भी शिक्षक पदस्थ नहीं है। यहां पर बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षक की पूर्ति अन्य स्कूल के शिक्षक को अटैच कर काम चलाया जा रहा है।
दूसरी ओर जिले के 121 शासकीय स्कूल एकल शिक्षकीय हैं। मतलब इस स्कूल में बच्चों की पढ़ाई के लिए मात्र एक शिक्षक हैं। हालात बहुत ही दयनीय है क्योंकि 112 प्राथमिक स्कूल में एक-एक शिक्षक ही कार्यरत हैं। कक्षा पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं मतलब पांच कक्षाओं के (Chhattisgarh School) लिए एकमात्र शिक्षक। अनुमान लगाना भी मुश्किल है कि आखिर अकेला शिक्षक किस तरह से पांच कक्षाओं के बच्चों की पढ़ाई कराते होंगे।
प्राथमिक स्कूल के भवन में कमरों की संया भी कम होती है ऐसे एक या फिर दो कमरों में ही सभी बच्चों को एकसाथ बैठकर पढ़ाई कराई जाती है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन बच्चों की पढ़ाई किस तरह से हो रही है और इनका भविष्य किस ओर जा रहा है। इसी तरह से 7 पूर्व (Chhattisgarh School) माध्यमिक और 2 हाईस्कूल भी एकल शिक्षकीय हैं। औसतन एक स्कूल में 50 बच्चे भी अध्ययरत होंगे तो छह हजार से अधिक बच्चों का पढ़ाई गिनती के शिक्षकों पर टिका हुआ है।
जिले के बोड़ला और पंडरिया ब्लॉक में अव्यवस्थित शिक्षा, सुविधा व संसाधनों की कमी अधिक है। चाहे वह भवन हो या फिर शिक्षकों की कमी है। बोड़ला ब्लॉक में 41 प्राथमिक और 6 पूर्व माध्यमिक स्कूल हैं जो एकल शिक्षकीय हैं। वहीं पंडरिया ब्लॉक में 28 प्राथमिक और 1 एकल शिक्षकीय पूर्व माध्यमिक स्कूल है।
जिले में 1600 से अधिक शासकीय विद्यालयों में 7701 शिक्षक-शिक्षिकाओं की आवश्यकता है। इस पर फिलहाल 5157 ही कार्यरत हैं जबकि 2544 शिक्षक-शिक्षिकाओं की कमी बनी हुई है। जिले के प्राथमिक स्कूल में 3913 शिक्षक-शिक्षिकाओं की आवश्यकता है, लेकिन (Chhattisgarh School) 2560 ही कार्यरत हैं। स्कूल में 1353 शिक्षक-शिक्षिकाओं की कमी है। इसके चलते ही जिले के 112 प्राथमिक स्कूल एकल शिक्षकीय हैं। 1325 व्यायाता के पद पर 404 पद खाली पड़े हैं जबकि 921 कार्यरत हैं। इसी तरह से पूर्व माध्यमिक शाला के लिए 2463 शिक्षक, सहायक शिक्षक होने चाहिए, लेकिन 1676 ही मौजूद हैं वहीं 787 पद खाली है।
121 विद्यालय मात्र एक-एक शिक्षक के भरोसे संचालित
शासन हर स्कूल में स्मार्ट क्लास बनाना चाहती है, लेकिन बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास से ज्यादा जरुरी शिक्षक हैं। सैकड़ों स्कूल हैं जहां पर शिक्षक व व्यायाताओं की कमी है। हालात तो ऐसे भी है कि स्कूल बिना शिक्षक के संचालित हो रहे हैं तो कहीं केवल एक शिक्षक के भरोसे पूरा स्कूल का भविष्य टिका है।
विवरण शिक्षक पद स्वीकृत कार्यरत रिक्त पद
कबीरधाम जिला शिक्षा अधिकारी योगेश दास ने कहा - एकल शिक्षकीय स्कूल में शिक्षकों की व्यवस्था के लिए लगे हुए हैं। शासन को भी सूचित किया गया है। वहां से जिस तरह से आदेश निर्देश मिलेंगे उसके हिसाब से व्यवस्था किया जाएगा।
Published on:
21 Jun 2024 11:14 am
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