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आवक कम होते ही अब गुड़ उद्योग संचालकों ने बढ़ाया गन्ने की कीमत

गन्ना खरीदी का दर निर्धारित नहीं होने के कारण गुड़ उद्योग संचालक किसानों से मनमाने कीमत पर गन्ना खरीदते हैं। जैसे आवक बढ़ती है गन्ना खरीदी का मूल्य गिरा देते हैं और जैसे आवक कम होती है, वैसे ही मूल्य बढ़ा देते हैं। अब गुड़ उद्योग संचालकों ने गन्ना 230 रुपए से 235 रुपए प्रति क्विंटल की दल से खरीदने लगे।

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Cost of increased cane

Cost of increased cane

कवर्धा . जिले में 300 से अधिक गुड़ फैक्ट्री संचालित है, लेकिन गुड़ फैक्ट्री में गन्ना खरीदी का दर निर्माण नहीं है। ऐसे में आवक के हिसाब से संचालक कीमत में उतार-चढ़ाव करते रहते हैं। अब जब गन्ने की आवक कम हुई, तो संचालक किसानों का गन्ना 230 रुपए से 235 रुपए में खरीद रहे हैं।
जिले में गन्ने का रकबा लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते ही भोरमदेव शक्कर कारखाना के बाद भी एक और कारखाना स्थापित किया गया। दूसरा कारखाना पंडरिया के नजदीक ग्राम बिसेसरा में संचालित हो रही है। दो कारखाना के बावजूद ३०० से अधिक गुड़ फैक्ट्री चल रहा है और गुड़ उद्योग संचालकों को लगातार गन्ना मिलता रहता है। लेकिन यहां गन्ना खरीदी का दर निर्धारित नहीं होने के कारण गुड़ उद्योग संचालक किसानों से मनमाने कीमत पर गन्ना खरीदते हैं। जैसे आवक बढ़ती है गन्ना खरीदी का मूल्य गिरा देते हैं और जैसे आवक कम होती है, वैसे ही मूल्य बढ़ा देते हैं। इससे पहले गुड़ उद्योग में किसानों का 170 से 180 रुपए में खरीद रहे थे। ऐसे में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा था।

किसानों को राहत
कम दर पर खरीदी होने को लेकर भारी नुकसान को देखते हुए किसानों ने अपना गन्ना गुड़ उद्योग में न देकर कारखाना के पर्ची का इंतजार करने लगे। इसके चलते गुड़ उद्योग संचालकों को गन्ना ही नहीं मिल पा रहा था। इसे देखते हुए अब गुड़ उद्योग संचालकों ने गन्ना 230 रुपए से 235 रुपए प्रति क्विंटल की दल से खरीदने लगे। इससे किसानों को कुछ राहत मिली है।

पर्ची में लेट लतीफी
भोरमदेव शक्कर और सरदार वल्लभ भाई पटेल सहाकारी शक्कर कारखाना में शेयरधारी किसानों को गन्ना आपूर्ति के लिए पर्ची आबंटित करते हैं, लेकिन इस बार किसानों को पर्ची के लिए काफी लंबा समय इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में कई किसान गुड़ उद्योग में ही अपना गन्ना बेच देते हैं। इसी का फायदा उठाते हुए गुड़ उद्योग संचालक मनमाने कीमत पर किसानों का गन्ना खरीदते हैं।

अब गुड़ उद्योग में गन्ना दे रहे किसान
आवक कम होते देख गुड़ उद्योग संचालकों ने जैसे ही 235 रुपए गन्ना खरीदने लगा गुड़ उद्योग में गन्ने की आवक भी बढ़ गई है। किसान अब पर्ची का इंतजार न कर अपना गन्ना गुड़ उद्योग में ही बेच रहे हैं। हालांकि इसके बाद भी किसानों को काफी नुकसान हो रहा है, क्योंकि कारखाना में किसानों को गन्ना 255 रुपए में खरीदता है। इसके अलावा ५० रुपए बोनस भी मिलता है। इस तरह कारखाना में किसानों को प्रति क्विंटल 305 रुपए मिलता है।