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पुलिस की मौन स्वीकृतिक मिलते ही विवादित स्थल पर जनाजे से पहले खड़ा कर लिया दुकान का ढांचा, पढ़ें और कब क्या हुआ, देखें तस्वीरें

जिला अस्पताल के पीछे कल्लनगंज में भारी विरोध के बीच विवादित निजी भूमि पर भवन और दुकान गिराए जाने के दूसरे दिन शनिवार को अचानक दुकान संचालक की मौत हो गई। इससे अल्पसंख्यक समाज के लोग आक्रोशित हो गए। परिजन ने विवादित स्थल पर ही कब्र बनाने की धमकी दे डाली। इससे भवन गिराने में सख्ती दिखाने वाले अफसर बैकफुट पर आ गए। मौके पर और बाजार में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

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खंडवा

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Rajesh Patel

Jun 22, 2025

Disputed encroachment in Khandwa

विवादित स्थल पर जनाजे से पहले उसी आकार के दुकन का खड़ा कर लिया ढांचा

शहर में विवादित स्थल पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से दूसरे दिन दुकान संचालक अनवर की मौत हो गई। परिजन उसी जगह पर कब्र बनाने की घुड़की प्रशासन को दी। इसकी सूचना से प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। ढील मिलते ही जनाजे से पहले उसी आकार का दुकान का ढांचा खड़ा कर लिया। जनाजे के दौरान प्रदर्शन की आशंका के चलते बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

अतिक्रमण तोडऩे के दूसरे दिन दुकान संचालक की मौत

जिला अस्पताल के पीछे कल्लनगंज में भारी विरोध के बीच विवादित निजी भूमि पर भवन और दुकान गिराए जाने के दूसरे दिन शनिवार को अचानक दुकान संचालक की मौत हो गई। इससे अल्पसंख्यक समाज के लोग आक्रोशित हो गए। परिजन ने विवादित स्थल पर ही कब्र बनाने की धमकी दे डाली। इससे भवन गिराने में सख्ती दिखाने वाले अफसर बैकफुट पर आ गए। मौके पर और बाजार में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

पुलिस की मौन स्वीकृति मिलते ही दुकान का ढांचा बनाया

पुलिस ने समाज के लोगों से चर्चा की, मौके पर नया ढांचा खड़ा करने की मौन स्वीकृति दे दी। शिथिलता मिलते ही कब्र बनाने के बजाय विवादित स्थल पर अलंकार फेब्रिकेशन का नया ढांचा खड़ा लिया इसके बाद पीएम करवाया गया और देर रात में जनाजा निकाला गया। इस मामले में निगम आयुक्त, उपायुक्त, कार्य पालन यंत्री समेत विवादित भूमि की रजिस्ट्री कराने वाले दिवम बंसल की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है।

बिना मौके दिए भवन गिराने की शिकायत

मृतक अनवर के बेटे ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर कहा है कि नगर निगम के अधिकारियों ने दिवम कैलाश बंसल के लिए पद का दुरुपयोग किया है। 19 जून की शाम छह बजे नोटिस देकर 12 घंटे के भीतर निर्माण को हटाने बावत नोटिस देकर चले गए। 20 जून को अचानक सभी जेसीबी लेकर गिराने आ गए। एक पक्षीय कार्रवाई को रोके जाने मेरे पिता अनवर समेत अन्य लोग मौजूद हो गए। सुनवाई का अवसर नहीं दिया। उपायुक्त ने पिता को धमकी दी। दुकान को तोड़े जाने के बाद मेरे पिता का मानसिक संतुलन बिगड़ गया। उनकी मौत हो गई। आयुक्त प्रियंका राजावत, उपायुक्त एसआर सिटोले, एक्सइएन राधेश्याम उपाध्याय ने पद का दुरुपयोग किया है। 32 वर्ष पुराने निर्माण को क्षतिग्रस्त कर आर्थिक नुकसान के साथ दुकान मालिक अनवर हुसैन सामोती को मानसिक आघात पहुंचाया। इस मामले में जमीन खरीदने वाले दिवम बंसल सहित निगम के अफसरों पर कार्रवाई की जाए।

दोपहर मौत, रात नौ बजे पोस्टमार्टम

निगम की टीम ने शुक्रवार को शेख फरीद और शेख रसीद के परिजन सहित किराएदार अलंकार फेब्रिकेशन के अनवर के विरोध के बावजूद निजी भवन और अलंकार फेब्रिकेशन दुकान को जेसीबी से पुलिस की मौजूदगी में तोड़ दिया था। कार्रवाई से परेशान अलंकर फेब्रिकेशन के संचालक अनवर हुसैन सामोती की तबीयत बिगड़ गई। शनिवार को उसकी मौत हो गई। अनवर की मौत पर परिजन और समाज के लोग आक्रोशित हो गए। दुकान वाले स्थल पर ही कब्र बनाने की धमकी दे डाली। इससे प्रशासन बैकफुट पर आ गया। पुलिस ने समझाइश देकर मौके पर दुबारा दुकान खड़ी करने की ढील दे दी। इसके बाद परिजन पीएम के लिए तैयार हुए। रात करीब 11 बजे उसे सुपुर्दे खाक किया गया।

शहर में तनाव से छावनी में तब्दील हुआ जलेबी चौक

अनवर की मौत के बाद शहर में विवाद की आशंका को देखते हुए जलेबी चौक छावनी में तब्दील हो गया। दोपहर से ही पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई। दोपहर परिजनों ने जलेबी चौक पर जनाजा के दौरान शाम चार बजे प्रदर्शन की चेतावनी दी। इससे पुलिस सक्रिय हो गई। देररात तक जलेबी चौक से कब्रिस्तान तक पुलिस छावनी में तब्दील रहा। स्पेशल फोर्स के साथ के साथ पुलिस तैनात थी।

ऐसे बदला घटनाक्रम

अनवर की मौत के बाद बिचौलियों ने परिजन और पुलिस से चर्चा कर राह निकाली। मकान गिराने कार्रवाई पूर्व से ही संदेह के घेरे में थी, अगले सप्ताह सीएम भी शहर में आने वाले हैं, आक्रोश बढ़े नहीं इसलिए पुलिस ने भी ढांचा खड़ा करने का विरोध नहीं किया। अनवर के परिजन का भी ढांचा खड़ा करने की सहमति मिलते विरोध शिथिल हो गया। देर रात निकाले गए जनाने में भारी पुलिस बल तैनात रहा।


ये है मामला