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हाइवे की जर्जर सड़क से खाई में गिरने से बचाएगा कॉशन टेप!

नियमों का पालन नहीं कर रही ठेका कंपनी, निर्देश के बावजूद नाकाफी हैं सुरक्षा इंतजाम

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Caution tape will save you from falling in the ditch

Caution tape will save you from falling in the ditch

खंडवा. हाइवे निर्माण कर रही केसीसी बिल्डकॉन भले ही अपना काम तेजी से कर रहा है, लेकिन नियमों को ताक पर रखते हुए सुरक्षा इंतजाम पुख्ता नहीं कर रहा। पत्रिका टीम ने मौके पर जाकर जायजा लिया तो पता चला कि हाइवे से लगी जजर्र सड़क के किनारे बनी गहरी खाई में गिरने से बचाव के लिए ठेका कंपनी ने डंडों के सहारे कॉशन टेप लगाए हैं। इससे यही जाहिर हुआ कि कॉशन टेप ही खाई में गिरने से बचा लेंगे। टेप से कितना बचाव हो सकता है यह तो ठेका कंपनी या फिर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के वह अधिकारी ही बेहतर बता सकेंगे जो इसकी निगरानी कर रहे हैं।
हकीकत बयां कर रही तस्वीर
देशगांव घाटी का क्षेत्र सबसे ज्यादा खतरनाक है। कई वाहन यहां सड़क खराब होने, सांकेतक नहीं होने, कच्चे से पक्के रास्ते पर डायवर्सन सुरक्षित नहीं होने से दुघर्टनाग्रस्त हो रहे हैं। यातायात पुलिस के जरिए एसपी विवेक सिंह ने हाइवे निर्माण करने वाली कंपनी के प्रतिनिधियों को इसके लिए चेताते हुए आठ दिन में इंतजाम करने को कहा था, लेकिन हालात जस के तस हैं।
बरसात में बढ़ी फिसलन
हाइवे निर्माण में नियमों का कितना पालन हो रहा है और सड़क सुरक्षा के मद्देनजर कितनी सावधानी बरती जा रही है, यह सब तस्वीर बयां कर रही है। डंडों के सहारे लगाए गए कॉशन टेप भी फट चुके हैं और खाई में गिरने का रास्ता खुला हुआ है। इस हिस्से को पूरी तरह सुरक्षित करना चाहिए था, जो नहीं किया गया।
मुंह तक आती है उड़ती धूल
जहां सड़क जजर्र हैं, वहां पर धूल का गुबार उड़ रहा है। एक यह बात भी देखने को मिली कि एक ओर जहां सड़क बन रही है उसकी मिट्टी के साथ कुछ पत्थर पानी गिरने पर चालू सड़क में आ जाते हैं। जिससे सड़क पर खतरा बढ़ जाता है। निर्माणाधीन कच्ची सड़क की गिट्टी, मिट्टी और कंकड़ पक्की सड़क पर अब भी फैले हैं। जिससे छोटे-बड़े वाहनों का चलना मुश्किल है।
सामन्य ऊचाई पर नहीं संकेतक
हाइवे निर्माण के दौरान जो संकेतक लगाए गए हैं, उनमें भी नियमों का पालन नहीं हो रहा। सामान्य ऊंचाई पर संकेतक नहीं हैं। संकेतक की लंबाई, चौड़ाई का भी ध्यान नहीं रखा गया है। देखने को मिला है कि संकेतकों में रेडियम पट्टी का उपयोग भी पैसा बचाते हुए किया जा रहा है। जिससे वाहन चालकों को कई बार धूल के गुबार के बीच संकेतक ही नजर नहीं आते।