20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ओंकार पर्वत को बचाने 12 जून से शुरू होगा चिपको आंदोलन

भारत हितरक्षा अभियान के 6 कार्यकर्ता 11 को ओमकारेश्वर आए और ओमकार पर्वत पर चल रही तोडफ़ोड़ का जायजा लिया।

2 min read
Google source verification
Chipko movement will start from June 12 to save Omkar mountain

Chipko movement will start from June 12 to save Omkar mountain

ओंकारेश्वर. ओंकारेश्वर पर्वत पर जब से शंकराचार्य की मूर्ति स्थापना का कार्य प्रारंभ हुआ है तब से भारत हित रक्षा मंच इसके विरोध में खड़ा हुआ है और लगातार धरने आंदोलन और प्रदर्शन कर विरोध कर रहा है। ओंकार पर्वत की तोडफ़ोड़ से चिंतित होकर ओमकारेश्वर के साधु-संतों ने शुक्रवार को इंदौर के भारत हितरक्षा अभियान के कार्यकर्ताओं को बुलाया, भारत हितरक्षा अभियान के 6 कार्यकर्ता 11 को ओमकारेश्वर आए और ओमकार पर्वत पर चल रही तोडफ़ोड़ का जायजा लिया।
बता दें कि 13 मार्च को सभी साधु संतगण इंदौर पहुंचे और बैठक ली गई जिसके अंतर्गत 300 कार्यकर्ताओं से आह्वान किया गया कि ओमकार पर्वत को बचाने में सहयोग करें। इंदौर-खंडवा ओंकारेश्वर के धरने एवं पदयात्रा करने वाले लोगों कि भोजन एवं रहने की पूरी व्यवस्था स्थानीय रहवासी, मंदिरों एवं आश्रम द्वारा की गई। पदयात्रा में छोटे-छोटे बच्चे, महिलाएं एवं कई पुरुषों ने सहयोग किया। 15 मार्च को इंदौर सहित
प्रदेश के कई जिलों में औंकार
पर्वत को बचाने के समर्थन में उच्च न्यायालय के पत्र एवं प्रधानमंत्री के ज्ञापन पर हस्ताक्षर अभियान
प्रारंभ हुआ। भारत हितरक्षा अभियान के प्रतिनिधि मंडल ने 3 अप्रैल को मप्र की संस्कृति पर्यटन एवं
अध्यात्म मंत्री को उषा ठाकुर को निवास स्थान पर जाकर ज्ञापन सौंपा।
अभियान के मुद्दों पर सहमति जताते हुए उषा ठाकुर ने ऊपर बात करने का भरोसा दिलाया। शुक्रवार को लगभग 150 कार्यकर्ता एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया एवं रैली निकालकर इंदौर कमिश्नर कार्यालय में 50 हजार हस्ताक्षर का ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम से सौंपा, उसके पश्चात इंदौर कलेक्ट्रेट पर तीन दिवसीय धरना किया गया।
जिसमें समाज के कई प्रमुख लोग संतगण वकील एवं वरिष्ठ नागरिक शामिल थे। तीन दिवसीय धरने के पश्चात 12 मई को इंदौर से ओम्कारेश्वर के लिए तीन अलग-अलग स्थानों से पदयात्रा निकाली गई जो 16 मई की शाम ओमकारेश्वर पहुंची। 17 मई को ओमकारेश्वर के जेपी चौक पर धरने की शुरुआत की गई जिसमें महिलाएं बच्चे एवं पुरुषों सहित 250 से अधिक लोगों ने भाग लिया, 18 मई को ओंकार पर्वत पर धरना एवं प्रदर्शन किया गया।
जिसमें वनवासी और केवट समाज जो वर्षों से पर्वत के आसपास रहते हैं। उन्होंने भी हिस्सा लेकर ओंकार पर्वत की तोडफ़ोड़ से नाराज होकर धरने में सहयोग किया एवं प्रदर्शन निरंतर कर रहे हैं, 22 मई को खंडवा के मुख्य बाजार में पत्र वितरण कर बैनर पोस्टर लगाए गए एवं 23 मई को खंडवा कलेक्ट्रेट कार्यालय पर 2 दिवसीय धरना किया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। 24 मई को भी ओमकारेश्वर थाना मांधाता में धरना प्रदर्शन किया गया। भारत हितरक्षा अभियान ने अपने प्रचार प्रसार के पंपलेट और बैनर के माध्यम से मपा शासन और स्थानीय प्रशासन को अव्यवस्थाओं के नाम पर कौसा, जिसमें दर्शाया गया कि प्राचीन मंदिर एवं मूर्तियां मलबे में पड़ी हुई है।
केवल एक टैंकर से पानी सप्लाई
पूरे ओमकारेश्वर में केवल 7 सुलभ कांप्लेक्स है, पेयजल एवं प्याऊ के नाम पर पूरी अव्यवस्था है और पानी का एक टैंकर है वह भी फूटा हुआ, शासन के पास ओमकारेश्वर के जेपी चौक पर लाल पत्थर का ढांचा खड़ा करने के लिए करोड़ों रुपए हैं परंतु अनिवार्य व्यवस्थाओं के लिए कुछ भी नहीं।