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पीएससी परीक्षा में आए प्रश्नों पर बवाल, पंधाना विधायक ने कहा-भील समाज को लेकर पूछे गए आपत्तिजनक सवाल

locationखंडवाPublished: Jan 13, 2020 01:20:57 am

पंधाना विधायक ने दी परीक्षा,भील समाज पर आए प्रश्नों को आपत्तिजनक बताकर किया विरोध
राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा, लोक सेवा आयोग में करेंगे शिकायत

MLA opposes the questions asked about Bhil Samaj in PSC exam

MLA opposes the questions asked about Bhil Samaj in PSC exam

खंडवा. मप्र लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा खंडवा में रविवार को आयोजित की गई। अरविंद कुमार, नितिन कुमार परीक्षा केंद्र में पंधाना विधायक राम दांगोरे परीक्षा देने पहुंचे। द्वितीय प्रश्न पत्र हल कर जैसे ही विधायक परीक्षा हॉल से बाहर निकले, उन्होंने प्रश्न पत्र में भील समाज को लेकर दिए प्रश्नों को आपत्तिजनक बताते हुए विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने कहा परीक्षा के पहले प्रश्न पत्र में जहां भील समाज के नि:शक्त किक्रेट सोनू गोलकर को लेकर प्रश्न पूछा गया। वहीं द्वितीय प्रश्न पत्र में भील समाज की उपेक्षा की गई। समाज की भावनाओं को आहत किया गया है। इसको लेकर उन्होंने भाजपा कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री को काला कपड़ा दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही उक्त प्रश्न पत्र बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा मामले में एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाई के लिए अजाक थाने में शिकायती आवेदन देंगे। साथ ही सोमवार को पंधाना में सीएम के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रश्न पत्र में यह लिखा
भील एक निर्धन जनजाति है। इनका मुख्य व्यवसाय कृषि है। इसके अतिरिक्त खेतों में मजदूरी, पशुपालन, जंगली वस्तुओं का विक्रय और शहरों में भवन निर्माण में दिहाड़ी मजदूरी पर काम कर अपनी जीवन नैया चलाते हैं। भीलों की आर्थिक विपन्नता का एक प्रमुख कारण आय से अधिक व्यय करना है। भील वधू मूल्य रूपी पत्थर से बंधी शराब के अथाह सागर में डूबती जा रही जनजाति है। ऊपर से साहूकारों व महाजनों द्वारा दिए गए ऋण का बढ़ता ब्याज इस समंदर में बवण्डर का काम करता है। इसके कुचक्र से ये लोग कभी बाहर नहीं निकल पाते है। भीलों की आपराधिक प्रवृत्ति का भी एक प्रमुख कारण यह है कि सामान्य आय से अपनी देनदारियां पूरी नहीं कर पाते। फलत: धन उपार्जन की आशा में गैर वैधानिक तथा अनैतिक कामों में भी संलिप्त हो जाते हैं।
(जैसे कि द्वितीय प्रश्न पत्र के गाद्यांश-चार में लिखा)

दो लाख जिले में भील समाज की आबादी
निमाड़ में भील समाज का पुराना इतिहास है। बिटिश शासनकाल में जनता के अधिकारों के लिए अंग्रेजों से लडऩे वाले जननायक शहीद टंट्या भील निमाड़ से थे। उन्हें बिटिश हुकुमत ने इंडियन रॉबिनहुड का खिताब दिया था। इस समय जिले में भील समाज की आबादी करीब दो लाख है। ऐसे में प्रश्न पत्र में समाज को लेकर पूछे गए प्रश्नों को लेकर विरोध बढ़ सकता है।
वर्जन…
मैं बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग देकर पीएससी परीक्षा की तैयारी कराता हूं। इसलिए मैं भी परीक्षा में शामिल हुआ। ताकि पेपर का पेटर्न समझ सकूं और प्रशासनिक निर्णय की जानकारी हासिल कर सकूं। परीक्षा नौकरी के लिए नहीं दी। यदि परीक्षा में सफल होता भी हूं तो नौकरी नहीं करूंगा। मैं जनता की सेवा का काम कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा। वहीं आपत्तिजनक प्रश्न पत्र को लेकर लोक सेवा आयोग में शिकायत करूंगा। प्रश्र पत्र बनाने वालों पर कार्रवाई की मांग की जाएगी।
राम दांगोरे, विधायक, पंधाना विधानसभा

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