चुनावी साल में सरकार 15 वीं विधानसभा बजट सत्र की तैयारी में व्यस्त है। विकास यात्रा के बीच विधायकों के प्रश्नों का जवाब तैयार करने अफसरों की माथापच्ची बढ़ गई है
राजेश पटेल
खंडवा. चुनावी साल में सरकार 15 वीं विधानसभा बजट सत्र की तैयारी में व्यस्त है। विकास यात्रा के बीच विधायकों के प्रश्नों का जवाब तैयार करने अफसरों की माथापच्ची बढ़ गई है। बजट सत्र में कई विधायकों ने विधानसभा में जिले के आदिवासियों की भूमि, जल जीवन मिशन, कृषि, शिक्षा, निर्माण और खाद्यान्न वितरण समेत अन्य मुद्दों पर प्रश्न लगाए हैं। इसमें अशासकीय प्रश्न भी हैं। कुछ प्रश्नों के जवाब बजट सत्र से पहले 22 फरवरी तक मांग गए हैं। इसी तरह सभी प्रश्नों के जवाब प्रस्तुत करने समय-सीमा निर्धारित की गई है।
तारांकित अतारांकित के साथ ही अशासकीय प्रश्न भी शामिल
निमाड़ में खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर और बड़वानी में अभी तक 55 प्रश्न पहुंचे हैं। इसमें तारांकित अतारांकित के साथ ही अशासकीय प्रश्न भी शामिल हैं। खंडवा में अब तक 12 प्रश्न आए हैं, जिसमें 18 फरवरी की स्थिति में पांच ( प्रश्न नंबर-351,458, 491,868, 613) प्रश्नों के जवाब तैयार कर भेजे गए हैं, जबकि सात प्रश्नों के जवाब तैयार करने अधिकारी व कर्मचारी उलझे हुए हैं। विस में जवाब नहीं पहुंचने वाले प्रश्नों में आदिवासियों की भूमि समेत अन्य कई मुद्दे हैं।
अवकाश के दिन भी कई अधिकारी माथापच्ची करते रहे
जवाब तैयार करने कार्यालय में अवकाश के दिन भी कई अधिकारी माथापच्ची करते रहे। इसी तरह खरगोन में अब तक 18 प्रश्न जिला मुख्यालय पर पहुंचे हैं। इसमें 14 के जवाब भेज दिए गए हैं। शेष चार के जवाब तैयार करने पसीना छूट रहा है। बुरहानपुर में 14 प्रश्न पहुंचे हैं। 12 प्रश्नों के जवाब भेज दिए गए। बड़वानी में 11 प्रश्र आए हैं। इसमें सात के जवाब तैयार हैं। शेष चार के जवाब अभी तैयार नहीं किए जा सके हैं।
केस2पांच साल की गणवेश का मांगा हिसाब
प्राथमिक शालाओं में पांच साल के भीतर कितने बच्चों को गणवेश राशि वितरण की गई। कक्षा एक से आठ तक बच्चों की जानकारी मांगी गई है। बच्चों के नाम के साथ जानकारी में जवाब तैयार करने विभाग का पसीना छूट रहा है। संकुल स्तर पर प्रत्येक प्रधान पाठकों से जानकारी लेकर बीओ व बीआरसी समेत शिक्षक माथापच्ची करने में जुटे हैं। जिले में करीब एक लाख 42 हजार बच्चों की जानकारी तैयार कर उनकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया में शिक्षक उलझे हुए हैं।
एक वर्ष की अवधि के लिए विस्तारित की गई
तारांकित प्रश्न क्र. 491 में विधायक ने पूछा है भू-अर्जन की कार्रवाई विगत पांच वर्षों में कितने प्रकरणों में समय-सीमा के अंदर हुई। कितने प्रकरणों में यह सीमा एक वर्ष की अवधि के लिए विस्तारित की गई। पांच वर्षों में ऐसे कितने प्रकरणों में शासन को ब्याज देना पड़ा। खंडवा ने जवाब में जानकारी दी है कि भू-अर्जन के निराकृत प्रकरणों की संख्या 145 है। 14 प्रकरण वर्तमान में प्रचलित हैं। सभी प्रकरण समय-सीमा के अंदर कार्रवाई की गई । ब्याज नहीं देनी पड़ी।
फैक्ट फाइल
जिला भेजे जवाब लंबित
खंडवा 5 7
खरगोन 14 4
बुरहानपुर 12 2
बड़वानी 7 4
कुल 38 17
नोट: आंकड़े 18 फरवरी की स्थित में, समीक्षा के बाद भोपाल से जारी रिपोर्ट से ली गई है।
शासन को कितना भरना पड़ा ब्याज