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स्वच्छ सर्वेक्षण 2025-26 : थीम ‘ बढ़ाएं हाथ , करें सफाई साथ ‘ गलत जानकारी दी तो निगेटिव मार्किंग

स्वच्छ सर्वेक्षण 2025-2026 की थीम फाइनल हो गई है। इस बार की थीम ‘ बढ़ाएं हाथ , करें सफाई साथ ' है। इसमें जनता की हिस्सेदारी बढ़ेगी। निगम ने ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है।

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खंडवा

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Rajesh Patel

Dec 28, 2025

Swachh Survekshan-2024

Swachh Survekshan-2024 (फोटो सोर्स : पत्रिका)

स्वच्छ सर्वेक्षण 2025-26 की थीम फाइनल हो गई है। इस बार की थीम ‘ बढ़ाएं हाथ , करें सफाई साथ ' है। इसमें जनता की हिस्सेदारी बढ़ेगी। निगम ने ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। इस बार रैंकिंग में नंबर वन के लिए गलत जानकारी दी तो निगेटिव मार्किंग होगी। ऐसा पहली बार होने जा रहा है। जब नकारात्मक अंक का प्रावधान किया गया है।

कार्यों में 50 % तक कमी तो कट सकते हैं 30 अंक

कार्यों में 50 % तक कमी मिलने पर 30 अंक काटे जा सकते हैं। साथ ही सिटीजन फीडबैक, कचरा प्रबंधन और ऑन-फील्ड मूल्यांकन के सख्त नियम बनाए गए हैं। खंडवा 50 हजार से तीन लाख आबादी यानी मीडियम शहरों की श्रेणी में है। नंबर वन के लिए 12,500 अंक जुटाना होगा। इस बार थीम में सफाई ही नहीं, बल्कि जनता की सोच, व्यवहार और जिम्मेदारी की परीक्षा हाेगी। अच्छी रैंकिंग के लिए सड़क, कॉलोनियों तक सीमित नहीं रहना होगा। भीड़ वाली जगह पर नजर रखनी होगी।

ऐसे समझें सिटीजन फीडबैक

ऑन फोन कॉल व ऑन फील्ड असेसमेंट से फीडबैक लिया जागएगा। डेटा या कचरा प्रबंधन में कमी पर स्कोर में भारी कटौती होगी। फील्ड असेसमेंट फरवरी-मार्च 2026 तक चलेगा। डिजिटल और गुणवत्ता की जांच के साथ होगा।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2025-26 :

नंबर वन बनने के लिए हमें चाहिए इतने अंक

दृश्य स्वच्छता 15 % 1,500

कचरे संग्रहण एवं परिवहन 10 % 1,000

ठोस अपशिष्ट प्रबंधन 15 % 1,500

स्वच्छता तक पहुंच 10 % 1,000

प्रयुक्त जल प्रबंधन 10 % 1,000

सेवाओं का मशीनीकरण 5 % 500

स्वच्छ जागरूकता 15 % 1,500

कर्मचारियों की कार्य क्षमता 8 % 1,000

कर्मचारियों का कल्याण 5 % 500

सिटीजन फीडबैक 10 % 1,000

आवासीय क्षेत्र में दिन में एक बार सफाई जरूरी

आवासीय क्षेत्रों में दिन में एक बार सफाई पर 150, बाजार में सफाई 150, साफ-सुथरी गलियां 100, भूमि प्रबंधन कूडा़ से मुक्त है 100, जीवीपी नहीं होने पर 150, लाल धब्बों से मुक्त पर 75, पीले धब्बों 75 अंक। जल निकासी नालियों, नालों की सफाई 100, आस-पास की सफाई 150, सौंदर्यीकरण 200, झुग्गी-झोपड़ियों की सफाई 150, स्कूल परिसर के भीतर सफाई 100 पर अंक मिलेंगे।

इन बिंदुओं से मिलेंगे 1500 अंक

गीले अपशिष्ट प्रसंस्करण क्षमता 100, उत्पादों की बिक्री 100, प्रसंस्करण क्षमता 100, लिंकेज का उपयोग 100, घरेलू अपशिष्ट की तुलना में संसाेधित प्रतिशत 100, अपशिष्ट का संग्रह, निपटान, पुन: उपयोग 200, उत्पादक अपशिष्ट प्रसंस्करण 150, स्कूलों में अपशिष्ट प्रबंधन 150, प्रभावी संचालन 100,लैंडफिल की स्थिति, कार्यक्षमता 150, डंप साइटों का सुधार 250 अंक के साथ कुल मिलाकर 1,500 अंक मिलेगे।

इन बिंदुओं पर 1000 अंक मिलेंगे

-खुले में शौच, पेशाब की रोकथाम 100

-सुसज्जित सार्वजनिक शौचालय 300

-सुसज्जित सामुदायिक शौचालय 300

-सुसज्जित मूत्रालय 150

-स्कूलों में व्यवस्थित शौचालय 150

वर्ष 2024-25 की ऐसी रही सिटी रिपोर्ट कार्ड ( स्टेट रैंकिंग )

डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन 100 %

वेस्ट जनरेशन वर्सेस प्रोसेसिंग 99

क्लीन ऑफ रेसीडेंशियल एरिया 100

क्लीन ऑफ वाटर बॉडी 100

सोर्स सेगरीगेशन 45

रिमिडिएशन ऑफ डंप साइट्स 72

क्लीन ऑफ मार्केट एरिया 100

क्नीन ऑफ गर्वमेंट पब्लिक टॉयलेट 100

इनका कहना : प्रियंका सिंह राजावत, आयुक्त, नगर निगम

जनता के साथ मिलकर स्वच्छ सर्वेक्षण-2025-26 में अच्छी रैंकिंग लाने की तैयारी है। मुख्य भूमिका सिटिजन की होगी। शहर को नंबर वन बनाने नागरिकों को आगे आना होगा। शहर, स्कूल की सफाई के साथ ही घरों से निकलने वाले कचरे को सूखा-गीला अलग करने जागरूक किया जा रहा है।

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