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बारिश की खेंच से बीज हुए खराब, वृद्ध किसान ने की आत्महत्या

-घर में रस्सी का फंदा लगाकर लटका 65 वर्षीय किसान-बारिश नहीं होने से 4 एकड़ में बोई फसल का नहीं हुआ था अंकुरण-घर में चायपत्ती लाने के लिए भी रुपए नहीं थे, दोबारा बोवनी को लेकर था परेशान

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खंडवा

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Manish Arora

Jul 02, 2021

बारिश की खेंच से बीज हुए खराब, वृद्ध किसान ने की आत्महत्या

-घर में रस्सी का फंदा लगाकर लटका 65 वर्षीय किसान-बारिश नहीं होने से 4 एकड़ में बोई फसल का नहीं हुआ था अंकुरण-घर में चायपत्ती लाने के लिए भी रुपए नहीं थे, दोबारा बोवनी को लेकर था परेशान

खंडवा.
बोरगांव बुजुर्ग पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम कोहदड़ में शुक्रवार दोपहर को एक 65 वर्षीय वृद्ध किसान का शव उसके मकान में रस्सी के फंदे पर झूलते मिला है। वृद्ध ने रस्सी के फंदे पर लटककर जान दी तब वो घर पर अकेला था। जानकारी के अनुसार नंदराम पिता भाईराम पटेल उम्र 65 वर्ष का शव शुकवार दोपहर लगभग 1 बजे को खुद के मकान में झूलते मिला है। वृद्ध के शव के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है, पुलिस उस सुसाइड नोट की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि किसान आर्थिक तंगी में था और बारिश के अभाव में बीज अंकुरण नहीं होने को लेकर काफी परेशान था।
पुलिस ने बताया कि नंदराम अपनी पत्नी के साथ कोहदड़ के मकान में रहता था, उसका एक पुत्र है जो कि बाहर रहता है। शुक्रवार सुबह नंदराम की पत्नि अपने खेत पर चली गई थी। दोपहर को जब वो खेत से लौटी तो देखा की नंदराम का शव झूल रहा है। नंदराम ने मकान की छत में लगी लकड़ी के साथ रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा अपनी जीवनलीला समाप्त की है। नंदराम की पत्नि की चीख पुकार सुन मोहल्ले के लोग इक_ा हुए और बोरगांव पुलिस को सूचना दी है। बोरगांव चौकी के एएसआई प्रताप सिंग वास्कले बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को नीचे उतारा व पंचनामा बनाकर पीएम करा परिजनों को सौंपा है।
आर्थिक तंगी आ रही सामने
ग्रामीणों की माने तो वृद्ध किसान तंगहाल था, किसी तरह उसकी 4 एकड़ जमीन में सोयाबीन की बोवनी की थी और अब बारिश नहीं होने से अंकुरण का नहीं होना भी उसके लिए एक बड़ी समस्या बन चुका था। ग्रामीणों ने बताया कि पहले से ही लगातार फसलें खराब होने से वृद्ध आर्थिक तंगी में था और इधर बीज अंकुरण नहीं होने ने और समस्या को बढ़ा दिया था। सूत्रों की माने तो वृद्ध किसान ने बैंक में ऋण के लिए भी अप्लाई कर रखा था और उसका ऋण स्वीकृत भी हो चुका था। बहरहाल अभी वृद्ध द्वारा फांसी लगाने का कारण अज्ञात है और ग्रामीण आर्थिक तंगी को ही इस हादसे से जोड़ते हुए कयास लगा रहे है। एएसआई प्रताप सिंग वास्कले ने बताया की मर्ग कायम कर जांच में लिया है, वृद्ध के पास से जो सुसाइड नोट मिला है उसकी लिखावट समझ नहीं आ रही है, अब परिजनों के बयान के आधार पर ही आगे कुछ बता सकेंगे।