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स्पॉट लाइट: बड़े खतरे हैं इस राह में…

खंडवा से सनावद तक निर्माणाधीन सड़क पर हर कदम खतरा, सड़क निर्माण कंपनी मनमानी से कर रही काम, निगरानी करने वाले अफसरों ने किनारे किए नियम कायदे

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Spot Light: There are big dangers in this path...

Spot Light: There are big dangers in this path...

खंडवा. इंदौर इच्छापुर हाइवे में बन रही फोरलेन सड़क के निर्माण में नियम कायदे ताक पर रख दिए गए हैं। हाल ही में बस ट्रक की टक्कर के बाद जब पत्रिका टीम ने इस सड़क पर नजर दौड़ाई तो पता चला कि बड़े खतरे हैं इस राह में। सड़क से सड़क गायब हो गई, पत्थर के टीलों ने बची हुई सड़क को संकरा कर दिया और धूल का गुबार घटनाओं का भगीदार बन रहा है। यहां बता दें कि इस फोरलेन का निर्माण केसीसी बिल्कॉन कर रही है। निर्माण कंपनी को कई दफा पुलिस और प्रशासन के अफसर लिखित में चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन इसका खास असर नहीं हुआ। मौजूदा हालात कुछ ऐसे हैं कि छोटे बड़े वाहन चालक इस रास्ते में हादसों का शिकार हो रहे हैं। बस ट्रक हादसे के बाद फटकार मिलने पर ठेका कंपनी ने जगह जगह डावर्सन पर पत्थर के टीले बनाकर बोर्ड लगाए हैं, लेकिन सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए।
रेडियम कोन की जगह पत्थर के टीले
केसीसी बिल्डकॉन छोटे छोटे हिस्सों में सड़क बना रही है। जहां से डायवर्सन दिया है वहां नियमों के तहत रेडियम कोन नहीं लगाए गए। ना ही इन स्थानों पर ब्लिंकर लगे हैं। इनकी जगह ठेका कंपनी ने पत्थर और मुरुम के टीले बना दिए हैं, जो नियम विरूद्ध हैं। जानकार बताते हैं कि अंधेरे में कई बार पत्थर के टीले नजर नहीं आते। ऐसे में अगर कोई वाहन चालक तेज रफ्तार हुआ तो बड़ी दुघर्टना हो सकती है।
संकरी हो गई पक्की सड़क
रोशिया फाटा के पास जिस जगह बस और ट्रक टकराए थे वहां का जायजा पुलिस अधिकारियों ने लिया है। मौके पर यह बात सामने आई कि सनावद से खंडवा की ओर आने वाली सड़क में बायीं ओर पत्थर और मुरुम का टीला बना होने से सड़क की चौडा़ई कम हो गई है। जबकि दाहिने ओर कच्ची सड़क बनी है। दोनों ओर ढाल होने से यहां दोनों तरफ से आए वाहन सड़क की चौड़ाई कम होने से टकरा गए थे।
उखड़ी सड़क के दूसरी ओर खाई
सड़क निर्माण कंपनी कैसे काम कर रही है यह सभी के सामने है। एक ओर जर्जर सड़क बनी है और दूसरी ओर गहरी खाई है। सड़क और खाई के बीच बचाव के पुख्ता इंतजाम भी नहीं हैं। अगर कोई वाहन अनियंत्रित होता है तो बड़ी दुघर्टना हो सकती है। खाई किनारे कई संकेतक तो इस तरह से रखे गए हैं जो आने जाने वालों को नजर ही नहीं आते। इसके अलावा खतरनाक स्थानों पर प्रकाश की व्यवस्था भी नहीं की गई है। पक्की सड़क के बाद जगह जगह कच्चे रास्ते आ जाते हैं, जहां वाहन अक्सर अनियंत्रित हो जाते हैं।
पुलिस की चिट्ठी का असर नहीं
हाइवे की सड़क निर्माण कर रही कंपनी केसीसी बिल्डकॉन पर पुलिस की चिट्ठी का कोई असर नहीं पड़ा। देशगांव घाटी पर किए जा रहे निर्माण में लापरवाही के लिए पुलिस ने लिखा था कि देशगांव घाटी पर नए रोड निर्माण के लिए पुराने उखड़े हुए मार्ग पर यातायात परिवर्तित किया है। जिसमें बड़े बड़े गढ्ढे होकर धूल उड़ने के कारण भारी वाहन पलट रहे हैं। वाहन चालकों को धूल के गुबार के कारण रास्ता दिखाई नहीं देता।राहगीरों ने भी इसकी शिकायत की लेकिन रास्ता दुरस्त नहीं किया गया। नियमानुसार संकेतक बोर्ड रेडियम नहीं लगी हैं। परिवर्तित मार्ग पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था नहीं की गई। 20 नवंबर को यह पत्र पुलिस ने केसीसी बिल्डकॉन को दिया था। जिसमें कहा गया था कि अगर सुधार नहीं किया तो विधि अनुरुप कार्यवाई की जाएगी। इस मामले में ना तो ठेका कंपनी ने सुधार किया और ना ही पुलिस कुछ कर पाई।
वर्जन...
आठ दिन में सड़क सुधार के लिए ठेका कंपनी को पत्र लिखा है। अगर सुधार नहीं होता तो सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में मामला रखा जाएगा।
- देवेन्द्र सिंह परिहार, सूबेदार, थाना यातायात