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आदत दे रही दर्द… मोबाइल पर लगातार चल रहा अंगूठा, बन रहा मर्ज का कारण

-अंगूठे और कलाई के जोड़ में दर्द से परेशान मरीज पहुंच रहे अस्पताल-बीमारी बढऩे पर ऑपरेशन तक की नौबत आ सकती है

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खंडवा

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Manish Arora

Sep 11, 2022

आदत दे रही दर्द... मोबाइल पर लगातार चल रहा अंगूठा, बन रहा मर्ज का कारण

लगातार मोबाइल पर अंगूठे को चलाने से मांसपेशियों में जकडऩ आने लगती है।

खंडवा.
कोरोना काल में लगे लॉक डाउन के कई साइड इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं। लॉक डाउन के दौरान समय पास करने का जरीया बना मोबाइल अब मर्ज का कारण बन रहा है। प्रतिदिन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 5 से 6 मरीज अंगूठे और कलाई के जोड़ में दर्द को लेकर पहुंच रहे है। डॉक्टर्स के अनुसार मोबाइल पर ज्यादा देर तक अंगूठा चलाने से ये बीमारी बढ़ रही है। समय रहते इस पर काबू नहीं पाने से अंगूठे की सर्जरी करने तक की नौबत भी आ सकती है।
शासकीय मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के डॉ. विशाल आहके के अनुसार ये बीमारी कॉर्पेल टनल सिंड्रोम और डी क्वेरवाइन सिंड्रोम है। कॉर्पेल टनल सिंड्रोम में अंगूठे की हड्डी व मांसपेशियों में धीरे-धीरे कर दर्द बढऩे लगता है। इसका कारण लगातार मोबाइल पर अंगूठे को चलाने से मांसपेशियों में जकडऩ आने लगती है। वहीं, डी क्वेरवाइन सिंड्रोम में कलाई का जोड़ दर्द करने लगता है। इसका कारण हाथ में मोबाइल को देर तक पकड़े रहने से इसके वजन के चलते नसें चोक होने लगती है। इन दोनों बीमारियों में शुरुआती लक्षण में अंगूठे का धीमा दर्द, हाथों में झुनझुनी होना, जकडऩ आना होता है। दर्द धीरे-धीरे बढऩे लगता है और हाथ सुन्न होने लगता है।
ऑपरेशन तक पहुंच सकती है बात
ऑर्थोपेडिक्स डॉ. विशाल आहके का कहना है कि कॉर्पेल टनल सिंड्रोम में सबसे पहले लक्षण के अनुसार दवा देकर इलाज किया जाता है। मर्ज ठीक नहीं होने पर फिजियोथैरेपी का सहारा लिया जाता है। इसके बाद स्ट्रायड के इंजेक्शन देने तक नौबत पहुंच सकती है। इन सबसे भी मरीज को राहत नहीं मिलती है तो मामला ऑपरेशन तक पहुंच सकता है। इस बीमारी से बचाव का सबसे बेहतर उपाय मोबाइल का उपयोग का समय कम किया जाना चाहिए।
लॉक डाउन के बाद सामने आई शिकायत
डॉ. विशाल आहके ने बताया कि लॉक डाउन खुलने के बाद कॉर्पेल टनल सिंड्रोम के मरीजों की संख्या बढ़ी है। पहले लॉक डाउन के बाद तो रोजाना 8 से 10 मरीज आ रहे थे, जिसमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। अब 5 से 6 मरीज रोज अस्पताल आ रहे है। इसका मुख्य कारण लॉक डाउन में घर में बैठे-बैठे लोगों ने मोबाइल पर औसतन 8 घंटे से ज्यादा समय बिताया है। हाथ में मोबाइल पकड़कर लगातार अंगूठा चलाए जाने से मोबाइल का वजन का असर कलाई के जोड़ और नसों पर और अंगूठे की मांसपेशियों पर पड़ा है।
देश में 44 करोड़ स्मार्ट फोन यूजर्स
दूनिया में स्मार्ट फोन यूज करने में भारत का दूसरा स्थान है। देश में 44 करोड़ लोग स्मार्ट फोन का उपयोग करते है। बिजनेस, कंपनी के कार्यों के साथ ही स्मार्ट फोन का सबसे ज्यादा यूज सोशल मीडिया, गेम खेलने के लिए किया जाता है। चाहे फेसबुक हो, वॉटसएप हो, गेम हो, हर एप्लीकेशन के लिए सबसे ज्यादा उपयोग अंगूठे का ही होता है।