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लो अब झील में कर लो खेती

गुंदोलाव झील में लहलहाने लगी फसलेंझील का दिनों-दिन घटता जा रहा है जलस्तरझील के किनारों पर काश्तकारों ने उगाई फसलें

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Lo now cultivate in the lake

लो अब झील में कर लो खेती

मदनगंज-किशनगढ़. गुंदोलाव झील में जलस्तर कम होने के कारण किनारों परफसलें लहलहाने लगी है। इससे दूर-दूर तक हरियाली दिखाई देने लगी है।
नगर ऐतिहासिक गुंदोलाव झील का गर्मी बढऩे के साथ ही दिनों-दिन जल स्तर कम होता जा रहा है। इसके कारण जलीय जीव-जतुओं के जीवन पर संकट के बादल मंडराने लगे है। स्थिति यह है कि गुंदोलाव झील के चहुंओर किनारों पर जमीन दिखाई देने लगी है। इसके कारण गौरव पथ के पास गुंदोलाव झील के किनारे खातेदारों ने जमीन में बुवाई कर दी है, तो कुछ की फसलें लहलहाने लगी है। इससे झील का किनारे पर हरियाली दिखाई देने लगी है। खाली जगह पर पशु विचरण करते नजर आने लगे है। हालांकि काश्तकारों ने वहां पर पशुओं के लिए चारा ही उगाया है। बारिश तेज होने पर यहां पर फिर से पानी भर जाएगा। झी के किनारों पर गंदगी के ढेर लगे हुए है। कंटिली आदि झांडिय़ा उगी हुई है। हालांकि नगर परिषद की ओर से कंटिली झाडिय़ों को हटाने आदि का कार्य किया जा रहा है।
झील में गिर रहा है नालों का पानी
झील में लगातार नालों के माध्यम से गंदगी पहुंच रही है। इससे झील का पानी दूषित हो रहा है, साथ ही जलीय जीव जतुंओं के लिए घातक सिद्धहो रहा है। कई नालों की सफाई तक नहीं हुई है। ऐसे में बारिश आने की स्थिति नालों में जमा गंदगी सीधे ही झील में पहुंच जाएगी। इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल झील के पानी को दूषित बता चुका है।