मदनगंज-किशनगढ़.
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में खाद्यान्नों के अच्छे भंडारण की स्थिति की जानकारी एवं अपनाई गई अच्छी विधियों की जानकारी साझा की गई। आमजन में जागरुकता के उद्ेश्य से प्रबुद्धजन ने किशनगढ़ स्थित खाद्य संग्रहरण आगार परिसर का बुधवार को भ्रमण किया। यहां निगम अधिकारियों ने उन्हें गेहूं को कीड़ों से मुक्त रखने के लिए अपनाई जाने वाली सफाई विधियां, सरकार से अधिकृत एवं गुणवत्ता युक्त केमिकल ट्रीटमेंट सिस्टम इत्यादि व्यवस्थाओं के बारे में समझाया।
विजिट के दौरान निगम की कार्यप्रणाली एवं खाद्य संग्रहण आगार किशनगढ़ के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गई। निगम में संचालित होने वाली विभिन्न योजनाओं जैसे ओएमएसएस (ओपन मार्किट सेल स्कीम) इसमें लगभग 2 लाख मीट्रिक टन का खाद्यान विक्रय किया गया है। इससे विगत समय में गेहूं व आटे की बढ़ती हुई कीमतों को नियंत्रित किया जा सका है। राशन में वितरित होने वाली स्कीम एनएफएसए के बारे में भी जानकारियां दी गई। साथ ही भारतीय खादय निगम की कार्यप्रणाली मेंं पारदर्शिता के लिए डिपो ऑनलाइन प्रणाली/मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली/ बिल ट्रैकिंग प्रणाली वाहन ट्रैकिंग सिस्टम-जियो टैगिंग ई-फाइल/ई-प्रोक्योरमेंट मॉड्यूल एकीकृत रैपिड रिपोर्टिंग सेवाएं इत्यादि प्रणालियों को सुचारू रूप से संचालित किए जाने की भी जानकारी साझा की गई। इसी कड़ी में प्रबुद्धजन की टीम ने आगार परिसर का भ्रमण किया एवं आगार परिसर के भ्रमण के दौरान खाद्यान्न की प्राप्ति, भंडारण, परीक्षण एवं निर्गमन सम्बंधित सभी प्रणालियां का डिपो ऑनलाइन सिस्टम माध्यम से संचालन व्यवस्था एवं निगम की कार्यप्रणाली पारदर्शिता की जानकारी भी दी गई। भारतीय खाद्य निगम खाद्य संग्रहण आगार किशनगढ़ के प्रबंधक दयाशरन मीना व निगमकर्मी यशपाल सिंह, सूरजमल शर्मा, यशद मिश्रा, निखिल, ममता शर्मा, रमा शर्मा व उर्वशी हल्दानिया ने निगम के आमंत्रण पर आगार विजिट के लिए आए सभी प्रबुद्धजन का का आभार जताया और कार्यक्रम का समापन किया गया।