आक्रामक प्रचार अभियान चला
राज्य में तृणमूल और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप के साथ बहुत आक्रामक प्रचार अभियान चला। पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम ममता बनर्जी ने एक दूसरे पर शब्दों के खूब बाण चलाए। भाजपा ने भ्रष्टाचार, अवैध घुसपैठ, तुष्टीकरण की राजनीति को लेकर टीएमसी को घेरा तो तृणमूल ने केंद्र पर राज्य के बकाया नहीं देने और जनकल्याणकारी योजनाओं के मुद्दे उठाए। भाजपा ने 2019 में 42 लोकसभा सीटों में से 18 जीतकर राज्य में अहम बढ़त हासिल की थी। पार्टी अब अपनी स्थिति में और सुधार करना चाहती है। इस सप्ताह की शुरुआत में मोदी ने कोलकाता में अपना पहला रोड शो भी किया। तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने भी महानगर में रोड शो किया।मुश्किलें बढ़ाते नजर आ रहे सत्तारूढ़ पार्टी के
एग्जिट पोल के आंकड़े तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाते नजर आ रहे हैं। वहीं बीजेपी के लिए काफी राहत भरे हैं। आज तक एक्सिस माई इंडिया ने भाजपा को 26 से 31 और तृणमूल को 11 से 14 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की है। कांग्रेस और वाम मोर्चा को शून्य से दो सीटें मिलने की संभावनाएं जताई गई है। पिछली बार तृणमूल को 22, भाजपा को 18 और कांग्रेस को दो सीटें मिली थी। एबीपी आनंद बांग्ला समाचार चैनल और सी वोटर के एग्जिट पोल के अनुसार बंगाल में भाजपा को 23 से 27 सीटें मिलने की संभावनाएं हैं, जबकि तृणमूल कांग्रेस 13 से 17 सीटों तक ही सिमट सकती है। कांग्रेस और वाम मोर्चा को एक से तीन सीटे मिलने की संभावनाएं जताई गई है। एनडीटीवी के पोल ऑफ पोल्स ने भाजपा को 22 और तृणमूल कांग्रेस को 19 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की है।दोनों दलों का अच्छा प्रदर्शन करने का दावा
तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दोनों ने अच्छा प्रदर्शन करने का दावा किया है। तृणमूल का कहना है कि राज्य की जनता ने भाजपा के खिलाफ निर्णायक जनादेश दिया है। राज्य की मंत्री शशि पांजा ने दावा किया कि कुछ छिटपुट घटनाओं को छोडक़र राज्य में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने दावा किया कि निर्वाचन आयोग ने भाजपा की इच्छा के अनुसार केंद्रीय बलों की भारी तैनाती के साथ सात चरणों में चुनाव कराए। लोगों ने भाजपा के झूठे विमर्शों का करारा जवाब दिया है।2019 के चुनाव नतीजे
तृणमूल कांग्रेस 22 सीटभाजपा 18 सीट
कांग्रेस 02 सीट