उन्होंने कहा कि गुरुवार को दार्जिलिंग में भाजपा नेताओं पर हमला की घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हाई सिक्युरिटी पाने वाले लोगों की सूची है। सूची से बाहर के लोगों को पहाड़ घूमने आने वाले लोगों को अतिरिक्त सुरक्षा देना संभव नहीं है। लेकिन दिलीप घोष के लिए सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पिछले साढ़े तीन महीने से जिस तरह से पहाड़ पर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा की ओर से हमले किए जाते रहे। ऐसी स्थिति में धक्कामुक्की हो गई है। उन्होंने कहा कि अभी पहाड़ की स्थिति में सुधार आ रहा है। ऐसे में और कुछ दिन बाहरी लोगों को विशेषकर राजनीतिक दलों के नेताओं को पहाड़ पर नहीं आना चाहिए।
दार्जिलिंग में सडक़ खोदी
इस बीच कुछ अज्ञात लोगों ने पाटलेबास की ओर जाने वाली एक सडक़ पर जगह-जगह गड्डे खोद दिए। पुलिस को आशंका है कि पुलिस कर्मियों की गतिविधि में बाधा डालने के लिए ऐसा किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पाटलेबास क्षेत्र में तीन स्थानों पर सडक़ पर गड्डे खोदे गए हैं। इसके पीछे किसी का गलत इरादा था। इसकी जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है।
हमला: २ गिरफ्तार
दार्जिलिंग पुलिस ने दार्जिलिंग के चकबाजार में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष और पार्टी नेताओं पर हमला करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तलाशी अभियान चला कर इन्हें गिरफ्तार किया। उनके नाम शान्ति गुरुंग, चंदन थापा है। दोनों गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) से निकाले गए विनय तमांग के समर्थक हैं। पुलिस ने दोनों को इस दिन स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया।
पुलिस के अनुसार दोनों को जमानत मिल गई है। दूसरी ओर दार्जिलिंग में मारपीट करने के लिए दिलीप घोष और भाजपा के अन्य नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। हमले में गिरफ्तार लोगों की शिकायत के आधार पर ऐसा किया है। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।