5 निर्दलीय समेत कुल 12 उम्मीदवार लगा रहे हैं जोर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले की डायमंड हार्बर संसदीय सीट पर इस बार रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस सीट से 5 निर्दलीय समेत कुल 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। तृणमूल उम्मीदवार और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को भाजपा के अभिजीत दास (बॉबी), माकपा के प्रतीक उर रहमान और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के मजनू लस्कर कड़ी टक्कर देखे दिख रहे हैं। अभिषेक का बना गढ़ डायमंड हार्बर संसदीय क्षेत्र में 2009 से तृणमूल का जोर है। अभिषेक बनर्जी ने 2014 और 2019 में लगातार दो बार इस सीट से जीत हासिल की। अब वे तीसरी बार संसद पहुंचने की कोशिश में हैं। अंग्रेजों के जमाने में बसाया गया डायमंड हार्बर कच्चे माल को यूरोप भेजे जाने का केंद्र हुआ करता था। अंग्रेजों ने यहां बंदरगाह का निर्माण कराया था। डायमंड हार्बर मॉडल की चर्चा अक्सर होती रहती है। अभिषेक यहां बुजुर्गों को पेंशन समेत अन्य सुविधाओं के जरिए विकास के मामले में नंबर वन क्षेत्र बनाने का लक्ष्य रखते हैं। निर्णायक स्थिति में नजर आ रहे अल्पसंख्यक 18 लाख से ज्यादा मतदाता इस बार मतदान के पात्र हैं। अल्पसंख्यक यहां निर्णायक स्थिति में नजर आ रहे हैं। डायमंड हार्बर के अंतर्गत 7 विधानसभा सीटें हैं जिनमें मटियाब्रुज, बजबज, महेशतला, विष्णपुर, सतगछिया, फलता और डायमंड हार्बर शामिल हैं। सभी पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है।
5 निर्दलीय समेत कुल 12 उम्मीदवार लगा रहे हैं जोर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले की डायमंड हार्बर संसदीय सीट पर इस बार रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस सीट से 5 निर्दलीय समेत कुल 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। तृणमूल उम्मीदवार और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को भाजपा के अभिजीत दास (बॉबी), माकपा के प्रतीक उर रहमान और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के मजनू लस्कर कड़ी टक्कर देखे दिख रहे हैं। अभिषेक का बना गढ़ डायमंड हार्बर संसदीय क्षेत्र में 2009 से तृणमूल का जोर है। अभिषेक बनर्जी ने 2014 और 2019 में लगातार दो बार इस सीट से जीत हासिल की। अब वे तीसरी बार संसद पहुंचने की कोशिश में हैं। अंग्रेजों के जमाने में बसाया गया डायमंड हार्बर कच्चे माल को यूरोप भेजे जाने का केंद्र हुआ करता था। अंग्रेजों ने यहां बंदरगाह का निर्माण कराया था। डायमंड हार्बर मॉडल की चर्चा अक्सर होती रहती है। अभिषेक यहां बुजुर्गों को पेंशन समेत अन्य सुविधाओं के जरिए विकास के मामले में नंबर वन क्षेत्र बनाने का लक्ष्य रखते हैं। निर्णायक स्थिति में नजर आ रहे अल्पसंख्यक 18 लाख से ज्यादा मतदाता इस बार मतदान के पात्र हैं। अल्पसंख्यक यहां निर्णायक स्थिति में नजर आ रहे हैं। डायमंड हार्बर के अंतर्गत 7 विधानसभा सीटें हैं जिनमें मटियाब्रुज, बजबज, महेशतला, विष्णपुर, सतगछिया, फलता और डायमंड हार्बर शामिल हैं। सभी पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है।