रॉय ने जम्मू कश्मीर में हुई प्रगति पर जताई आपत्ति तो शाह ने दिया जवाब
बुधवार को संसद सत्र के दौरान शाह जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा रद्द करने के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश में पुनर्गठन और आरक्षण पर लोकसभा में पेश किए गए संशोधन विधेयकों के संबंध में उठाए गए सवालों का जवाब दे रहे थे। शाह ने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद क्षेत्र में दो एम्स, आईआईटी और आईआईएम के निर्माण जैसी विकासात्मक परियोजनाओं को गिनाया।
इस पर कई विपक्षी सांसदों ने आपत्ति जताई। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि आप यह सब (विकास) केवल राष्ट्रपति शासन लगाकर ही कर सकते थे। इसके लिए अनुच्छेद 370 को हटाने की कोई आवश्यकता नहीं थी।
रॉय के इस बयान पर शाह ने कहा कि अनुच्छेद हटाए जाने के बाद क्षेत्र में आतंकवाद के मामलों में कमी आई है, जिससे स्थिति सामान्य हो गई है। उन्होंने कहा, इससे अंततः सारा विकास हुआ। इसके बाद शाह ने उन्हें लताड़ते हुए कहा कि “तुम इस बात को नहीं समझोगे। जब हमारी (भाजपा) सरकार पश्चिम बंगाल में सत्ता में आएगी और राज्य की स्थिति में सुधार होगा और विकास होगा, तब आप समझ जाएंगे।”
दादा आपकी उम्र हो गई है :शाह
दरअसल जब सदन में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर चर्चा हो रही थी। इस दौरान सौगत रॉय ने बीजेपी पर कई तरह के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कश्मीर के फायदे के लिए नहीं बल्कि चुनाव में फायदे के लिए अनुच्छेद 370 को हटाया है। इस बात पर भड़के केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने टीएमसी सांसद पर जमकर निशाना साधा।
अनुच्छेद 370 को लेकर हो रही चर्चा के दौरान सौगत रॉय ने कहा कि जब मैं कॉलेज में पढ़ता था तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी का एक स्लोगन था, एक निशान, एक प्रधान और एक विधान। उन्होंने इसे एक राजनीतिक नारा बताया।
गृह मंत्री अमित शाह ने रॉय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बहुत ही आपत्तिजनक है कि इस देश में ऐसी मांग की जा रही है। एक देश में दो प्रधानमंत्री कैसे हो सकते हैं और दो संविधान कैसे हो सकता है और दो झंडा कैसे हो सकते हैं? मुझे लगता है कि दादा आपकी उम्र हो चुकी है।